नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। अटल बिहारी बीजेपी के वो दिग्गज नेता थे जिन्होंने देश की हालात को बदल दिया था। आज उनके द्रारा किए गए सराहनीय काम की वजह से उन्हें गर्व से याद किया जा रहा है। आइए जानते हैं उनके द्रारा शुरू की गई योजनाओं को जिसनें बदली देश की किस्मत।
टेलीकॉम क्रांति के जनक
भारत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को टेलीकॉम क्रांति के जनक के रुप में देखा जाता है। उनके शासनकाल के दौरान ही भारत में टेलीकॉम क्रांति की शुरूआत हुई थी। टेलीकॉम से संबंधित कोर्ट के मामलों को तेजी से निपटाया गया और ट्राई की सिफारिशें लागू की गईं। स्पैक्ट्रम का आवंटन इतनी तेजी से हुआ कि मोबाइल के क्षेत्र में क्रांति की शुरूआत हुई।
स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
आज देश के बड़े शहर एक दूसरे से जुड़े हैं और जिससे लोग एक देश में कहीं भी आसानी से जा सकते हैं इसकी शुरूआत भी अटल बिहारी वाजपेयी के द्रारा ही हुई थी। देश के बड़े शहरों को सड़क मार्ग से जोड़ने की शुरूआत भी अटल जी के शासनकाल के दौरान हुई। 5846 किमी. की स्वर्णिम चतुर्भुज योजना को तब विश्व के सबसे लंबे राजमार्गों वाली परियोजना माना गया था। दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई व मुम्बई को राजमार्ग से जोड़ा गया।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना
अटल जी ने गांवों को सड़क से जोड़ने का काम शुरू किया था। उन्हीं के शासनकाल के दौरान प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की शुरूआत हुई थी। इसी योजना की बदौलत आज लाखों गांव सड़कों से जुड़ पाए हैं। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य, ‘ग्रामीण इलाकों में 500 या इससे अधिक आबादी वाले (पहाड़ी और रेगिस्तानी क्षेत्रों में 250 लोगों की आबादी वाले गांव) सड़क-संपर्क से वंचित गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ना है।’
शासन के दौरान किए गए सराहनीय काम
कारगिल में पाकिस्तान को दी शिकस्त
कारगिल युद्ध में भारत की जीत का पूरा श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। जब पाकिस्तानी घुसपैठियों ने 1999 में कारगिल क्षेत्र में घुसपैठ कर भारत के बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था, तो भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया। एक बार फिर पाकिस्तान को मुँह की खानी पड़ी थी।
पोखरण परमाणु परीक्षण
वो अटल बिहारी वाजपेयी ही थे जिनके प्रधानमंत्री रहते हुए भारत ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। भारत के इस कदम से पूरा विश्व आश्चर्यचकित था। इस परीक्षण के बाद दुनिया के शक्तिशाली देशों ने भारत पर आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए। अमेरिका जैसे देश इसलिए और नाराज थे, क्योंकि भारत ने उनके विकसित सूचना तंत्र को ध्वस्त करते हुए अपना सफल परीक्षण कर लिया था। ये थी वो योजना और कार्य जिसे अटल बिहारी वाजपेयी के शासन काल के दौरान ही किया गया था जिसकी विपक्ष भी सराहना करता है।
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