मैनपुरीः स्वास्थ्य विभाग से संबंधित आपने कई मामले लापरवाही के देखें होंगे। लेकिन मैनपुरी में तो लापरवाही की हद ही हो गयी है। जी हां हम बात कर रहे है मैनपुरी के करहल कस्बे के नगला मदारी की।इस उप स्वास्थ्य केंद्र में इलाज़ की जगह मिलता है ताला जहां एक ओर यूपी सरकार ग्रमीणों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने के लिए तत्पर दिख रही है। वहीं नियुक्ति किए गए कर्मचारी सरकार के मंसूबों पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं।
इसे भाी पढे़ःउत्तर प्रदेशः मैनपुरी में सोने की चैन और अंगूठी बनी विवाहिता की मौत
बता दें कि पूरा मामला करहल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नगला मदारी का है जहां स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के इलाज के वजाय केंद्र पर ताला देखने को मिलता है।ऐसे में सवाल ये उठता है कि यदि ग्रामीण इलाज़ के लिए प्रथम दृष्टया उप स्वास्थ्य केंद्र पर आस लगाएं तो उनकी आस किस हद तक सार्थक होगी? जबकि बंद ताले में स्वास्थ्य केंद्र की झलकियां 6 सालों से दिख रही है।
इसे भी पढ़ेःउप्रः मैनपुरीं में 8 साल की बच्ची के साथ वहशी दरिंदे ने किया रेप
जिला चिकित्सालय की दूरी करीब दस किलोमीटर है जब स्वास्थ्य केंद्र पर ताला पड़ा हो तो ग्रमीणों को उपचार हेतु मजबूरन दस किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।फिर सो पीस बनी ये बिल्डिंग की मंशा ग्रामीणों की सोच से परे होती है।मगर ऐसे में उन लापरवाह कर्मचारियों पर भी सवाल खड़ा होना लाज़मी है। जो कि कर्तव्यों को भूल मनमानी कर ग्रामीणों की समस्या को दूर करने की वजाय बढ़ाने का काम कर रहे हैं। वहीं सीएमओ मैनपुरी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है इस मामले की हम जांच करवा रहे हैं।