उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी तिकोनिया बनबीरपुर बहुचर्चित कांड में पुलिस ने ताबूत में आखरी कील ठोक दी है। जी हां आप को बता दे इस कांड की अहम कड़ी माने जाने वाले मुख्य आरोपी मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के बहुत करीबी कहे जाने वाला सुमित जायसवाल उर्फ मोदी समेत क्राइम ब्रान्च ने तीन अन्य को रोडवेज बस स्टैंड से धर दबोचा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुमित जायसवाल अपने साथियों के साथ शहर छोड़कर कहि भाग रहा था।सुमित जायसवाल की तलाश पुलिस घटना के बाद से ही कर रही थी घटना के समय थार में सवार था सुमित जायसवाल। मौत बांट रहा था।
वहीं जीप में सुमित जायसवाल इकलौता घटना का जिंदा चश्मदीद था ।क्राइम ब्रांच की टीम ने अंकित दास के नौकर सत्यप्रकाश के पास से एक रिवाल्वर और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किये । सुमित जायसवाल और तीन अन्य साथियों को क्राइम ब्रांच टीम ने पूछताछ के लिए SIT कार्यालय को सौंपा। जहाँ पूछताछ के बाद घटना कई राज से उठ सकते है। इस तिकोनिया कांड की अहम कड़ी सुमित जायसवाल उर्फ मोदी है।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत के मामले में मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू सहित 15 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। किसानों की तरफ से दर्ज कराई गई इस रिपोर्ट में अब सभी अज्ञात का पता चलता जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति को गरमाने वाले इस केस में मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू के साथ दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से गठित एसआइटी के साथ लखीमपुर खीरी पुलिस की क्राइम ब्रांच केस की पड़ताल कर रही है। सीन रीक्रिएशन के बाद अब पकड़ जा रहे लोगों से एसआइटी कड़ी से कड़ी जोड़ रही है।