नई दिल्ली। मंगलवार को देशभर में महाशिवरात्रि का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार कि महाशिवरात्रि काफी खास मानी जा रही है क्योंकि 21 साल के बाद महाशिवरात्रि पर दो दिन का संयोग बना है। देशभर के मंदिरों को फूल माला से सजाया गया है और बाबा भोले की आराधना करने के लिए भक्तों का मंदिरों में ताता लगा हआ है। महाशिवरात्रि का त्योहार भगवान शिव की आराधना करने के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है और इस दिन बेलपत्र और कच्चे दूध से बाबा का जलाभिषेक किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन जो भक्त बाबा भोले को खुश कर लेता है उसके सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। Somnath Temple देशभर में महाशिवरात्रि की धूम, इस बार बन रहा ये खास संयोग

बता दें कि इस बार बाबा भोले को खुश करने के लिए भक्तों को दो दिन का समय मिल रहा है। 13 फरवरी यानी की आज की रात 10 बजकर 35 मिनट पर चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ होगा। वहीं, 14 फरवरी की रात 12 बजकर 46 मिनट तक चतुर्दशी रहेगी। ऐसे में दोनों ही दिन श्रद्धालु भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सकते हैं।महाशिवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है और सालभर भक्त इस दिन का बड़े ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। कहा जाता है कि भगवान शिव का आज के दिन मां पार्वती के साथ विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। यही कारण है कि इस बार दो दिन महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। आज देर रात से चतुर्थी तिथि लग रही है।

मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर में भोलनाथ को सजाया गया है। महाकाल की भस्मा आरती की गई। सुबह से महाकाल के दर्शन के लिए भक्त लाइन में लगे हुए हैं भोलनाथ के जयकारों से मंदिर गूंज रहा है। वहीं, पुणे के भीमाशंकर मंदिर में भी शिवभक्तों का तांता लगा हुआ है। पूरा वातावरण भक्तिमय हो रखा है। चारों दिशाओं से भगवान शिव के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंग हैं। कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन इन ज्योर्तिलिंगों के दर्शन बहुत भाग्यशाली और शुभ होता है। इस दिन शिवभक्त जल और कच्चे दूध से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं। जिसके बाद चंदन, फूल, बेलपत्र से शिवलिंग की पूजा-अर्चना की जाती हैं।