मुबंई। कोरोना काल में पूरे देश का सिस्टम बिगड़ गया है। सब कुछ समस के अनुसार नहीं हो रहा है। सरकार द्वारा किए जाने वाले किसी भी काम में कोरोना महामारी के द्वारा बनाई स्थिति से गुजरना पड़ रहा है। इसके साथ ही संसद के सत्रों में भी कोरोना की वजह से रुकावट आई हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से आयोजित बैठक में नागपुर के बजाय मुंबई में शीतकालीन सत्र आयोजित करने पर व्यापार सलाहकार समिति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।
दो से तीन दिनों के लिए आयोजित होगा शीतकालीन सत्र-
बता दें कि महाराष्ट्र कैबिनेट ने शीतकालीन सत्र की इजाजत दे दी है। महाराष्ट्र कैबिनेट ने सात दिसंबर से मुंबई में शीतकालीन सत्र आयोजित करने की मंजूरी दी है। वहीं महाराष्ट्र कैबिनेट ने राज्यपाल बीएस कोश्यारी को कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के मद्देनजर आगामी शीतकालीन सत्र के आयोजन स्थल को नागपुर से मुंबई ट्रांसफर करने की सिफारिश करने का फैसला किया। एक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से आयोजित बैठक में नागपुर के बजाय मुंबई में शीतकालीन सत्र आयोजित करने पर व्यापार सलाहकार समिति (बीएसी) के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बैठक में चर्चा की गई थी कि क्या 7 दिसंबर से नागपुर में शुरू होने वाला सत्र दो से तीन दिनों के लिए आयोजित किया जा सकता है। हालांकि अब इसे मुंबई में आयोजित करने की कैबिनेट में मंजूरी दी गई है।
सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों को मिली ये राहत-
इस बीच कैबिनेट ने राज्य द्वारा संचालित सड़क परिवहन निगम (MSRTC) को कर्मचारियों को वेतन देने में सक्षम बनाने के लिए 1,000 करोड़ की वित्तीय सहायता को भी मंजूरी दी। सरकार ने अक्टूबर के लिए MSRTC कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए आकस्मिक निधि से 120 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि ली थी। वहीं विधायकों के बैठाने और सत्र की अवधि की तैयारी करने के लिए बीएसी गुरुवार यानि आज बैठक करेगी। इससे पहले राज्य विधानसभा का मानसून सत्र 22 जून को आयोजित किया जाना था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण यह तय वक्त पर नहीं हो सका था। महाराष्ट्र में इस साल मानसून सत्र 7 और 8 सितंबर को आयोजित किया गया था।