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Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर इन 4 राशि वालों पर रहेगी विशेष कृपा, भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम

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Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार महाशिवरात्रि 1 मार्च को मनाई जाएगी। वहीं, इस दिन शनि देव की मकर राशि में चंद्रमा, शनि, शुक्र, बुध मंगल ग्रह विराजमान रहेंगे।

वहीं, ग्रहों के राजा सूर्य और देवताओं के गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में स्थित रहेंगे। ग्रहों के इस विशेष संयोग असर सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 4 राशियां ऐसीं हैं जिन पर भोलेनाथ की विशेष कृपा रहने वाली है।

मेष राशि
ग्रहों का ये विशेष संयोग दशम स्थान में बनेगा। इसलिए इस समय आप भगवान शिव की विशेष कृपा रहेगी। इस समय आपकी आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। साथ ही आपको व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। जो काम अटके हुए थे वो पूरे हो सकते हैं। आपको भगवान शिव की पूजा लाल चंदन और लाल पुष्प अर्पित कर करनी चाहिए।

वृष राशि
आपकी राशि से ग्रहों का विशेष संयोग आपके नवम यानि भाग्य स्थान में बनेगा। इसलिए आपको इस समय भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। साथ ही लव लाइफ मधुर रहेगी। विदेश से धन प्राप्ति हो सकती है। व्यापार में आकस्मिक लाभ मिल सकता है। आपको महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा गन्ने के रस और दूध से रुद्राभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करेंगे।

तुला राशि
आपकी राशि से यह संयोग चतुर्थ स्थान में बनेगा। जिसको सुख और माता का भाव का कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही आप कहीं की यात्रा कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में खुशहाली आएगी। नई जॉब की आपको प्राप्ति हो सकती है। कार्यस्थल पर आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। जिससे आपकी वाहवाही हो सकती है। आपर शहद और इत्र से भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करना चाहिए।

मकर राशि
आपकी ही राशि में ही 5 ग्रहों का महासंयोग रहने वाला है। इसलिए आपको नई नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। या फिर आपका इंक्रीमेंट लग सकता है। लेकिन वैवाहिक जीवन और लव लाइफ में थोड़ा तनाव रह सकता है। जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए। किसी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। आपको भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनका दूध में काले तिल डालकर रुद्राभिषेक करना चाहिए।

वहीं, साथ में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त व्रत से लेकर सही तरीके से पूजन विधि तक हर एक उपाय किए जाते हैं। उनका अटूट विश्वास होता है कि अगर सच्चे मन से व्रत और पूजा की जाए तो मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। तो पूजा विधि व भोग के बारे में जान लें।

पूजा विधि

  • भगवान शिव की पूजा के समय साफ आसन पर बैठकर पहले आचमन करेे।
  • पूजन की सारी सामग्री को एक जगह पर रखकर दीपक जलाएं।
  • जलाभिषेक के बाद पश्चात शिव का पाठ करें। दूध, दही, शहद, पानी से करें कर भगवान का अभिषेक।
  • शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाकर, अभिषेक के उपरान्त हाथ जोड़कर पाठ करें।
  • पूजा के बाद भगवान से अपने गलतियों की क्षमा मांगे। इसके बाद उनसे अपनी इच्छाओं की प्राप्ति की कामना करें।

भगवान भोलेनाथ को चढ़ाएं सिंदूर
शिवरात्रि का दिन महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है इस दिन वो पूरे विधि के साथ इस इच्छा से व्रत करती हैं कि जिस तरह माता पार्वती को भगवान शिव के रूप में आदर्श पति मिले वैसा ही जीवनसाथी उन्हें भी मिले। ऐसे में सिंदूर चढ़ाने से भगवान भोलेनाथ की तरह ही सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है.

भोलेनाथ की आराधना की चीजें
भोलेनाथ को भांग, धतूरा, बेलपत्र अति प्रिय है। गुलाब, गुड़हल, गेंदे के नहीं बल्कि शिव भगवान को धतूरे, कनेर, बेला और अलसी के फूल पूजा में चढ़ाएं। इसे भगवान खुश होते हैं और मनचाहा वरदान मिलता है। लेकिन व्रत हो या पूजा, सही तरीके से करें।

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