मेरठ। देशभर में चल रहे सी ए ए और एन आर सी के विरोध से मेरठ भी अछूता नहीं रहा। जुमे की नमाज के बाद मेरठ में भी हालात बेकाबू हो गए। मेरठ के लिसाड़ी गेट, रशीद नगर, इस्लामाबाद ,एल ब्लॉक चौराहा ,हापुड़ रोड समेत एक दर्जन से भी ज्यादा इलाकों में लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की। पुलिस के वाहन उपद्रवियों ने छीन कर तोड़ दिए। इसके अलावा कई पब्लिक वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। हापुड रोड पर उपद्रवियों ने पुलिस पर जमकर पथराव और फायरिंग की। उपद्रवियों की पत्थरबाजी से लगभग आधा दर्जन सिपाही घायल हो गए।
वहीं इसके अलावा एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेई को भी चोट आई। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट के पैर में भी पत्थर लगने से चोट आई है ।एसपी देहात अविनाश पांडे को भीड़ ने दौड़ा दिया ।जिसके बाद भारी पुलिस बल लेकर अविनाश पांडे वापस मोर्चा संभालने पहुंचे उधर भी और पुलिसकर्मियों में आमने-सामने फायरिंग हुई । इलाके में पुलिस और अन्य सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। मेरठ में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
बता दें कि दर्शन की खबरों के बीच वेस्ट यूपी में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। सभी जनपदों में जोन-सेक्टर व्यवस्था लागू कर दी गई है। मेरठ में गुरुवार शाम पांच बजे से मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। गुरूवार को पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने फ्लैग मार्च निकालकर शांति बनाए रखने का संदेश दिया था। लेकिन शुक्रवार को हिंसा ने और ज्यादा भयंकर रूप धारण कर लिया। जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के हिंसा हुई। हिंसा इतनी बढ़ गई कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली लगने से आरिफ नाम के एक युवक की मौत हो गई।
बता दें कि खुफिया एजेंसियों को पूरा इनपुट है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कुछ लोग शहर का माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं। इसके लिए गुपचुप तरह से बुधवार और गुरुवार को मुस्लिम बहुल इलाकों में भड़काऊ पर्चे भी बांटे गए हैं। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां दिनभर यह पता करने में जुट रहीं कि पर्चे बांटने वाला कौन है, लेकिन पता नहीं चल सका।