मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि द्विव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदान करने के लिए ‘एपिड और राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ में शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसी श्रृंखला में प्रथम तीन दिवसीय शिविर सागर जिले की रहली तहसील में 28 से 30 अगस्त 2018 तक आयोजित किया जा रहा है।भार्गव ने कहा कि द्विव्यांगजनों को कृत्रिम यंत्र और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर तथा स्वयं सेवी संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न स्तर के शिविरों का आयोजन निरंतर किया जाता है।
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आयोजनों की श्रृखंला में भारत सरकार की एपिड योजना के तहत तीन दिवसीय शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में सागर जिले की रहली, गढ़ाकोटा, शाहपुर तहसील के द्विव्यांगजनों का निशुल्क परीक्षण किया जायेगा और उपकरण प्रदान किए जाएंगे।शिविर में पुनर्वास विशेषज्ञ विक्रम कुमार, अनिल बंजारा ‘’ऑडिपालोजिस्ट’’, डॉ. मनीष गुप्ता, अशोक विश्वकर्मा और अनूप सेंगर जैसे विशेषज्ञ अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे।
एपिड योजना में लाभ प्राप्त करने के लिये द्विव्यांगजन को 40 प्रतिशत से अधिक का विकलांगता प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, 15 हजार रूपये प्रति माह तक आय का प्रमाण-पत्र, मतदाता फोटो परिचय-पत्र अथवा राशन कार्ड और एक पासपोर्ट साइज का फोटो साथ प्रस्तुत करना आवश्यक है।
द्विव्यांगजनों को जरूरत के मुताबिक कान की मशीन जैसे अन्य कृतिम उपकरण दिए जाएंगे। राष्ट्रीय वयोश्री योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए बी.पी.एल. कार्ड, सीनियर सिटीजन पेंशन कार्ड, वोटर कार्ड, दुर्बलता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना जरूरी है।
महेश कुमार यदुवंशी