लखनऊ: प्रदेश में कोरोना संक्रमण की धीमी रफ़्तार को देखते हुए आंशिक कोरोना कर्फ्यू हटा दिया गया है। हालांकि संक्रमण की रफ़्तार को नियंत्रण में रखने के लिए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन अभी भी पूरे प्रदेश में प्रभावी है। अनलॉक के मद्देनज़र राजधानी स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान भी दर्शकों के लिए खोल दिया गया है। हालांकि, लखनऊ जू दर्शकों की रौनक से वंचित है।
अभी भी दिलों में कोरोना का खौफ
राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचाई, वो मंज़र अभी भी लोगों के दिलों में है। शायद यही वजह है कि लोग भीड़-भाड़ वाली जगह, पर्यटक एवं सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बच रहे हैं। इसी वजह से लखनऊ का चिड़ियाघर दर्शकों के लिए सूना पड़ा हुआ है। दर्शकों की संख्या बहुत ही कम है। जू में जिस तरह से बच्चों का पार्क भरा हुआ रहता था, झूलों पर चढ़ने के लिए बच्चों के साथ-साथ बड़े भी कतार में खड़े रहते थे, वैसा नज़ारा अब देखने को नहीं मिल रहा है।
क्या कहना है जू घूमने आए हुए दर्शकों का
लगभग डेढ़ महीने बाद खुले लखनऊ जू में दर्शकों का जमावड़ा तो है नहीं, जो यहां आए भी हैं उनका कहना है कि जिस तरह से पूर्व में यहां पर मनोरंजन होता था, वो नज़ारा यहां से गायब है। लोगों का कहना है कि बच्चों को खेलता हुआ देख मन प्रसन्न हो जाता था लेकिन वर्तमान समय में यहां ऐसा कुछ नहीं है। लोगों का यह भी कहना है कि कोरोना की तीसरी संभावित लहर की वजह से मां-बाप बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं, शायद यही वजह है की यहां रौनक नहीं है।
‘कोरोना का खौफ लोगों में अभी भी है, इसी वजह से लोग घरों से बाहर निकलने में कतरा रहे हैं। माहौल ठीक जरूर हुआ है लेकिन पहले जैसा नहीं है। जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, दर्शक एक बार फिर जू में आएंगे और रौनक बढ़ाएंगे।’
आर.के. सिंह
निदेशक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान