लखनऊ: बालू अड्डा प्रकरण में राजनीतिक उथल पुथल तेज़ हो गई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार पर लापरवाही के आरोप लगा रही है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सरकार नगर निगम और जलकल विभाग के अधिकारियों को बचाने की कोशिश कर रही है। इन सब के बीच समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ नगर निगम का घेराव किया है और मुर्दाबाद के नारे लगाये हैं।
सरकार की लापरवाही, जनता ने चुकाई कीमत
सपा नेता रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और नारेबाजी करनी शुरू कर दी। प्रदर्शन में मौजूद सपा नेता ने सरकार को खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा, बालू अड्डा में सीवर का पाइप, पानी के पाइप से जोड़ दिया गया जिसके कारण गंदा, मैला और दूषित पानी घरों में पहुंचा और उसे पीकर कई लोग बीमार हुए, साथ ही दो बच्चों की मौत भी हो गई। ये सब सरकार की लापरवाही के चलते हुआ है।
मृतकों के परिजनों को सरकार दे 20 लाख का मुआवजा
वहीं रविदास मेहरोत्रा ने मांग की है कि सरकार मृतकों के परिजनों को 20 लाख की अर्थीक सहायता राशि दे और जिनके परिवार में लोग बीमार हैं और अपना इलाज करा रहे हैं उन्हें दस लाख का मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा है कि दोषियों पर तत्काल कार्यवाही हो, उनपर मुकदमा चलाया जाये और जेल भेजा जाए।