जौनपुर: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शनिवार से शुरु हो ई है। आज एक तरफ जहां पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी ने पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया तो वहीं दूसरी ओर पुलिस ने धनंजय सिंह की तलाश में उनके आवास पर छापा मारा।
पुलिस टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा
जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य आरोपित हैं। आज उनकी तलाश में लखनऊ से आई पुलिस टीम ने उनके कालीकुत्ती स्थित आवास व अन्य स्थानों पर छापेमारी की। हालांकि, धनंजय सिंह के न मिलने पर पुलिस टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा।
गौरतलब है कि लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के शूटर्स पुलिस मुठभेड़ में मार गिराए गए, लेकिन लखनऊ पुलिस ने इनमें से एक कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी के बयान के आधार पर धनंजय सिंह को साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया था।
31 मार्च को हुई थी पूर्व सासंद की रिहाई
हालांकि, पुलिस की पकड़ में न आकर पूर्व सांसद ने बीते माह प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद नैनी सेंट्रल जेल से धनंजय सिंह को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद बीती 31 मार्च को एमपी-एमएलए अदालत से जमानत मंजूर हो जाने पर पूर्व सांसद को रिहा कर दिया गया था।
शनिवार को दी गई दबिश के बारे में एएसपी (सिटी) डॉक्टर संजय कुमार ने बताया कि, धनंजय सिंह की तलाश में आई लखनऊ पुलिस की टीम ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर धनंजय सिंह के कालीकुत्ती स्थित आवास पर छापेमारी की, लेकिन वह घर पर नहीं मिले। इसके बाद पुलिस ने जमैथा निवासी उनकी करीबी आशुतोष सिंह के दीवानी कचहरी रोड स्थित आवास पर भी दबिश दी।
पूर्व सांसद की पत्नी ने दाखिल किया नामांकन पत्र
आपको बता दें कि आज ही पूर्व सांसद धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह ने जिला पंचायत सदस्य पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। उन्होंने सिकरारा विकासखंड के वार्ड-45 से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया है। वह अपने प्रस्ताव एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू के साथ कलेक्ट्रेट में अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व के कार्यालय में पहुंची और अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।