लखनऊ: राजधानी में कमिश्नरेट प्रणाली लगने के बाद से पुलिस एक्टिव मोड में दिखाई दे रही है। इसके चलते शातिर अपराधियों के जहन में खाकी का खौफ दिखाई देने लगा है। नई प्रणाली के तहत पुलिस पेंडिंग केस को बंद करने में जुट गई है।
इसी कड़ी में आठ साल से पुलिस की आंख में धूल झोंककर फरार चल रहे एक शातिर जालसाल को गिरफ्तार किया गया। आरोपित कई बैंकों के फर्जी दस्तावेज लगाकर कार लोन लेकर पैसे हड़प लेता था। इसके अलावा ठाकुरगंज पुलिस ने एक ऑटोलिफ्टर गैंग का पर्दाफाश कर तीन आरोपितों को सलाकों के पीछे भेज दिया है।
शहर से फरार होने की फिराक में था आरोपित
बुधवार को मानकपुर पुलिस ने कैसरबाग थानाक्षेत्र के आरके टंडन रोड निवासी प्रभात कुमार को गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर मानकनगर के मुताबिक, आरोपित पर मानकनगर कोतवाली के अलावा महानगर, हसनगंज और कृष्णानगर कोतवाली में भी बैंक फ्रॉड के दर्जन भर के मामले दर्ज हैं। वह आठ साल से फरार चल रहा था।
उन्होंने बताया कि, वह कई बैंकों में फर्जी दस्तावेज लगाकर कार लोन के पैसे हड़प लेता था। इसके बाद वह धोखाधड़ी की दूसरी घटनाओं को अंजाम देता था। कई सालों से पुलिस आरोपित की तलाश में दबिश दे रही थी। इंस्पेक्टर ने बताया कि, आरोपित शहर छोड़ने की फिराक में था। उसे बारहबिरवा के पास टैम्पो स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया है।
ऑटोलिफ्टर गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार
उधर, ठाकुरगंज पुलिस ऑटोलिफ्टर गैंग पर शिंकजा कसने के लिए लगातार दबिश दे रही है। इसी क्रम में पुलिस ने गुप्त सूचना के तहत ऑटोलिफ्टिंग गैंग के तीन सदस्यों गिरफ्तार कर उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस को आरोपितों के पास से चोरी की गई 10 बाइक, आठ मोबाइल फोन और दो स्कूटी बरामद हुई हैं। जांच में पता चला कि आरोपित कई इलाकों से ऑटोलिफ्टिंग की घटना को अंजाम देते थे। इसके बाद वह गाड़ियों के पार्ट्स निकलाकर बेच देते थे। पकड़े गए आरोपित की पहचान इफरान, आदित्य और निर्भय के रूप में हुई है। फिलहाल, पुलिस ने आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें सलाखों की पीछे भेज दिया है।