लखनऊः उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तबियत आजकल ठीक नहीं है। उनको राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने पर उन्हें पीजीआई में भर्ती कराया गया, जहां उनकी क्रिटिकल सिचुअशन को देखते हुए क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
इलाज के लिए बनाया गया विशेष पैनल
उन्हें CCM की गहन चिकित्सा ईकाई में रखा गया है। याहां नेफ्रोलॉजी, कार्डिऑलाजी, न्यूरोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, न्यूरो ऑटोलॉजी के विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया गया है, जहां डाक्टर बनानी पोद्दार, डाक्टर अफजल अज़ीम, डाक्टर नारायन प्रसाद, डाक्टर सुनील प्रधान, डाक्टर पालीवाल, डाक्टर ईश भाटिया डाक्टर अमित केसरी द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है।
#UPDATE | Former UP CM & former Rajasthan Govenor Kalyan Singh has been shifted to critical care unit of Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences, Lucknow. His blood pressure & pulse rate are normal but he is not fully concious: Hospital
— ANI UP (@ANINewsUP) July 4, 2021
मस्तिष्क में बन गया है खून का थक्का
मिली जानकारी के मुताबिक, कल्याण सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं। अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक उनके मस्तिष्क में खून का थक्का पाया गया। उपचार से संक्रमण कम हुआ, लेकिन इसी बीच 3 जुलाई को उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। कल्याण सिंह को हार्ट अटैक भी आया।
पहचानने में हो रही है समस्या
कल्याण सिंह को हार्ट अटैक के बाद आईसीयू में शिफ्ट कर दिया था। आईसीयू में शिफ्ट किए जाने के बावजूद स्थिति में सुधार होता न देख, चिकित्सकों ने कल्याण सिंह को पीजीआई रेफर कर दिया। जहां उनको क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि किसी को पहचानने में कल्याण सिंह को समस्या हो रही है।
बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से एक
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह समेत बीजेपी के कई नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर कल्याण सिंह का हाल-चाल लिया। कल्याण सिंह की गिनती बीजेपी के कद्दावर नेताओं में होती है। वे यूपी के सीएम रहे और बाद में वे राजस्थान के राज्यपाल पद पर भी रहे। कल्याण सिंह अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन से भी जुड़े रहे हैं। वे बाबरी विध्वंस केस में आरोपी भी थे। कोर्ट ने इस मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया था।