लखनऊ: गुरुवार को लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने ग्रामीण क्षेत्र के समेकित विकास को ध्यान में रखते हुए सभी नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से वर्चुअली संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सख्त हिदायत दी कि कोविड 19 के प्रोटोकॉल का अनुपालन कराते हुए ही ग्रामों के विकास कार्य किए जाएं।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए और एकजुटता के साथ कार्य करते हुए कोविड संक्रमण की दर को नियंत्रित किया गया है, इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी बनती है की ऐसा कुछ न किया जाए जिससे दोबारा संक्रमण को गति मिले।
एकजुटता का नतीजा- सक्रीय केसों की संख्या 600 से कम: डीएम
डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि एकजुटता से कार्य करने के फलस्वरूप जनपद में सक्रिय केसों की संख्या 600 से कम हुई, जिससे कोरोना कर्फ्यू भी हटा। उन्होंने कहा कि संक्रमण की पहली और दूसरी लहर का हमने एकजुटता से सामना किया और तीसरी लहर के लिए भी हमें पूरी तरह से तैयार रहना है। हमें स्वयं अपने को, अपने परिवार, परिचितों अपने गांव को प्रभावी उपाय करते हुए संक्रमण से बचाना है।
प्रधानों का है सबसे अहम रोल: जिलाधिकारी
डीएम ने इस वर्चुअल संवाद में कहा है कि प्रधानों से सभी की आकांक्षाएं व अपेक्षाएं हैं, कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराते हुए ग्रामों का विकास किया जाए। सोशल गैधेरिंग में शत प्रतिशत मास्क उपयोग हो, खुद भी मास्क लगाएं और ग्रामवासियों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करें। साथ ही कोई भी बिना कारण बाहर न निकले, इस पर ध्यान दिया जाए। सभी जगह दो ग़ज़ की दूरी का अनुपालन कराना भी एक डयूटी है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो
जिलाधिकारी ने कहा कि गली, गांव, मोहल्ले घर का सेनेटाइज़ेशन कराया जाए तथा हैंडवाशिंग प्रोटोकॉल, सेनेटाइजर का प्रयोग आदि के बारे में ग्राम प्रधान लोगों को जागरूक करें। साथ ही सभी नव निर्वाचित प्रधान संकल्प लें की अपने कार्य क्षेत्र को कोरोना मुक्त करना है। उन्होंने हिदायत दी है कि कोरोना कर्फ्यू हटने के बाद चुनौतियां बढीं हैं, प्रधानों और निगरानी समितियों के संयुक्त प्रयास से ग्राम में आने वाले लोगों को चिन्हित कर उनका टेस्ट कराया जाए और लक्षण होने पर उन्हें मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए। साथ ही कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण ज़रूरी है इसलिए भ्रांतियों को दूर करते हुए हर एक व्यक्ति को टीकाकरण के लिए जागरूक करना ग्राम प्रधानों का कर्तव्य है।