लखनऊ: राजधानी स्थित मुख्यमंत्री आवास से चंद किलोमीटर दूर बसा बालू अड्डा मोहल्ला इन दिनों सुर्ख़ियों में बना हुआ है। इसके पीछे का कारण दूषित पानी है। दरअसल, हाल ही में यहां दूषित पानी पीने से दो बच्चों की मौत हो गई थी वहीं कई लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बालू अड्डा में डायरिया बीमारी से 134 लोग ग्रसित हुए थे जिनमें से 40 को सरकारी चिकित्सालय में रेफेर किया गया है और स्थनीय पीएचसी में लगभग 16 मरीजों का इलाज़ करके उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। ये जानकारी पीएचसी के कर्चारियों ने दी है।
वहीं शुक्रवार को 15 मरीज़ पीएचसी में आये थे जिनमें छह मरीजों में डायरिया की पुष्टि हुई है। इनमें से दो मरीजों को एम्बुलेंस द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हॉस्पिटल रेफेर किया गया है। वहीं अन्य मरीजों का इलाज पीएचसी में किया जा रहा है।
घटना से पहले सक्रीय नहीं थे पीएचसी कर्मचारी: क्षेत्रवासी
वहीं, बालू अड्डा में रहने वाले लोगों का कहना है कि इस घटना से पहले यहां मौजूद पीएचसी और उसके कर्मचारी सक्रीय नहीं थे। लोगों का कहना है कि सर्दी-जुखाम-बुखार की दवाएं तक यहां उपलब्ध नहीं होती थीं। जांच के लिए भी साफ़ मना कर दिया जाता था। हालांकि, इस घटना के बाद से पीएचसी के कर्मचारी सक्रियता से काम कर रहे हैं। पूरी रात यहां स्टाफ मौजूद रहता है। इलाज भी सही तरीके से मिल रहा है और दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।