Kumar Vinay With Shravan Kumar Tiwari
लखनऊः अगर आप सोशल मीडिया पर किसी अंजान लड़की से बातचीत कर रहे हैं, तो ज़रा सावधान हो जाइए। छोटी सी गलती आपको सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है या फिर समझौते के नाम आपको मोटी रकम भी चुकानी पड़ सकती है। जी हां, कोरोना काल में कई लोग धोखेबाज हसीनाओं के जाल में फंसकर मुश्त रकम गवां चुके हैं, लेकिन बदनामी के डर से पीड़ित पुलिस की मदद लेने से हिचकिचाते हैं।
सबसे बड़ी है यह भूल
दरअसल, देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से सोशल मीडिया के साइड इफेक्ट दिखाई दे रहें हैं। इंटरनेट पर साइबर ठगों के बाद धोखेबाज हसीनाओं ने अपने गैंग का नेटवर्क तेजी से फैला दिया है। यह खूबसूरत हसीनाएं फेसबुक पर लड़कों से दोस्ती करती हैं। फिर उनका मोबाइल नंबर लेकर व्हाट्सअप या फिर मैसेंजर पर बातचीत शुरु कर उन्हें फरेब के बिछाए हुए जाल में इस कदर फंसा लेती हैं। जिसके बाद वह अश्लील बातें और आपका आपत्तिजनक वीडियो को रिकॉर्ड कर अपने पास महफूज़ कर लेती हैं। इसके बाद यह हसीनाएं उस वीडियो को आपके पास भेजकर ब्लैकमेल करना शुरु कर देती है। गैंग के सदस्य खुद को वकील और पुलिसकर्मी बताकर आपको परेशान करना शुरू कर देते हैं। जिसमें वह मुकदमा दर्ज करने और जेल भेजने की बात करते हैं। ऐसे में पीड़ित अपनी बदनामी के डर से ठगों को मुंह मांगी रकम देते हैं। असल में इतनी जल्दी इसके पीछे की कहानी को लोग समझ नहीं पाते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी भूल होती है। यह कोई हसीनाएं नहीं बल्कि लोगों से ठगी करने वाला गिरोह हसीनाओं के स्क्रीन रिकॉर्डिंग का वीडियो का इस्तेमाल करता हैं।
वीडियो कॉल रिसीव करते ही शुरू हो जाती है हरकतें
ऐसा नहीं कि जो इन हसीनाओं से बात कर रहे हो वहीं इनके जाल में फंस जाए। बल्कि जो लोग इन सब चीजों से दूर रहते हैं वह भी इन हसीनाओं का शिकार हो जाते हैं। यह गिरोह लोगों को अपनी तरफ रिझाने के लिए मैंसेजर पर वीडियो कॉल करता है। कॉल रिसीव करते ही यह हसीनाएं वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने लगती हैं। जब तक युवक कुछ समझता है तो 5 या 10 सेकेंड बाद कॉल कट हो जाती है। इसके बाद युवक इन हसीनोओं के पीछे दौड़ने लगता है।
साइबर सेल पर की गई शिकायत
राजधानी लखनऊ में दो महीना पहले एक टीवी चैनल के पत्रकार को इन हसीनाओं ने फंसा लिया था। इसके बाद गिरोह ने पत्रकार का अश्लील वीडियो तैयार कर पैसे की डिमांड शुरु कर दी थी। जब तक वह कुछ समझ पाता तो गैंग के सदस्य उसके वीडियो इंटरनेट पर अपलोड़ करने के अलावा थाने में शिकायत करने की धमकी देने लगा। इसके बाद पीड़ित ने साइबर सेल यूनिट में शिकायत की थी।
इनसे बचना ही सुरक्षित है
इस मामले को लेकर भारत खबर ने साइबर सेल यूनिट के एसीपी विवके रंजन से बातचीत की तो उन्होने बताया कि सोशल मीडिया इस तरह के तमाम अपराध हुए हैं। जिसमें कुछ लोग तो शिकायत करते हैं, तो कुछ बदनामी के डर से शातिर गिरोह को चुपचाप पैसा देकर बैठ जाते हैं। बताया कि इनसे बचना ही सुरक्षित रहना है। फेसबुक पर अंजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। इसके अलावा मैसेंजर पर बातचीत करने के दौरान अपना मोबाइल नंबर शेयर मत करें।