लखनऊ: राजधानी में पिछले 53 दिनों से 22000 सीटों को 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में जुड़वाने के लिए शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। हालांकि, अब इन अभ्यर्थियों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का कहना है कि पुलिस द्वारा उन्हें धमकाया जा रहा है।
अभ्यर्थियों का कहना है, ‘हम पिछले 53 दिनों से धरने पर बैठे हैं, इस धरने की शुरुआत SCERT कार्यालय से हुई थी, इसके बाद हमें ईको गार्डन भेज दिया गया। अब हम फिर SCERT कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन हमें धमका रहा है, मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा है, हमारे जो साथी दावा लेने बाहर जा रहे हैं उन्हें अंदर नहीं आने दिया जा रहा है।’
क्या अपनी मांगों को सरकार के सामने रखना गलती है?
अभ्यर्थियों का कहना है कि क्या योग्य होना हमारी गलती है, क्या अपनी मांगों को सरकार के सामने रखना गुनाह है। अभ्यर्थियों का कहना है, ‘जब योगी आदित्यनाथ ने खुले मंच से ये कहा था कि हमारे पास पद तो बहुत हैं लेकिन योग्य कैंडिडेट्स नहीं है, अब आज योग्य कैंडिडेट्स दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उनपर लाठियां चलवाई जा रही हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है, ये कहां का न्याय है।’
भाजपा मुख्यालय, सीएम आवास का भी कर चुके हैं घेराव
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर कथित योग्य शिक्षक अभ्यर्थियों ने भाजपा मुख्यालय और सीएम आवास का घेराव भी किया था। इस दौरान पुलिस द्वारा अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर ईको गार्डन भेज दिया गया था। वहीं अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की है। वहीं हाल ही में अभ्यर्थियों ने लखनऊ स्थित शक्ति भवन के पास सड़क पर लेट कर प्रदर्शन किया था। दरअसल, अभ्यर्थियों का जमावड़ा विधानसभा घेराव करने के इरादे से SCERT कार्यालय से निकला था। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने अभ्यर्थियों को शक्ति भवन पर ही रोक लिया था जिसके बाद उन्होंने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन शुरू कर लिया था।