नई दिल्ली। कोरोना वायरस सकंट और लॉकडाउन के बीच देश की तेल कंपनियों ने मई की शुरूआत होते ही आम आदमी को बड़ी राहत दी है। लगातार तीसरी बार एलपीजी सिलेंडर की कीमत कटौती की गयी है। बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर सस्ता हो गया है। मई माह में एलपीजी सिलेंडर के दाम में 162.50 की कटौती की गयी है। तेल विपणन कंपनियां हर महीने की एक तारीख को एलपीजी सिलेंडर के दामों की समीक्षा करती है। इस कटौती के बाद रांची में 14.2 किलो बिना सब्सिडी और 19 किलो वाले व्यावसायिक गैस के दाम में भारी कमी हुई है।
बता दें कि रांची में 14.2 किलो बिना सब्सिडी गैस के दाम में 206 रुपये प्रति सिलेंडर की कमी हुई है. अब ग्राहकों को 803.50 रुपये के बजाये 597.50 रुपये देना होगा। इसी प्रकार 19 किलो वाले व्यावसायिक गैस सिलेंडर के दाम में 262 रुपये प्रति सिलेंडर की कमी हुई है। ग्राहकों को इसके लिए 1393.50 रुपये की जगह 1131.50 रुपये देने होंगे। इंडेन के मुख्य प्रबंधक हरीश दीपक ने कहा कि नयी कीमत एक मई से लागू हो गयी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक जो बैंक खाते में सब्सिडी जाती थी वह इस माह सब्सिडी जीरो रहेगा यानी सब्सिडी नहीं मिलेगा। आपके जेब से गैस का वास्तविक मूल्य 597.50 रु. ही लगेगा।
3 बार में 277 रुपये घटा भाव
IOC के मुताबिक, दिल्ली में नयी कीमत 581.50 रुपये तो मुंबई में 579 रुपये हो गयी है। कोलकाता में गैस सिलेंडर की कीमत 584.5 रुपये तो चेन्नई में एक सिलेंडर की कीमत 569.5 रुपये हो गयी है। तेल कंपनियों ने 3 महीने में 277 रुपये बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का भाव कम किया है। फरवरी में दिल्ली में एक सिलेंडर का भाव 858.50 रुपये था, जो 1 मई को 581.50 रुपये हो गया है।
व्यावसायिक सिलेंडर भी हुआ सस्ता
इंडियन आयल की वेबसाइट के अनुसार 1 मई से 19 किलोग्राम वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी कटौती हुई है। दिल्ली में 19 किग्रा का रसोई गैस सिलेंडर 256 रुपये सस्ता हुआ है। इससे पहले गैस सिलेंडर की कीमत 1285.50 रुपये थी जो पहली मई से घटकर 1029.50 रुपये पर आ गई है। किस शहर में कितना भाव (रुपये में)
अप्रैल में बिक्री में 20% की वृद्धि
25 मार्च से शुरू हुए कोरोना लॉकडाउन के बाद से देश के अधिकांश हिस्सों में एलपीजी सिलेंडरों की खरीद को लेकर घबराहट देखी गई है। खुदरा विक्रेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि देश में एलपीजी सिलेंडर की कोई कमी नहीं है और स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए गैस का पर्याप्त भंडार है। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (IOC) ने कहा कि उसने अप्रैल में बिक्री में 20% की वृद्धि दर्ज की है।
भारत में एलपीजी सिलेंडरों की कीमत मुख्य रूप से दो कारकों पर निर्भर है – एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमतें, अमेरिकी डॉलर और रुपये की विनिमय दर हर घर को एक साल में सब्सिडी वाली दरों पर 14.2 किलो के 12 सिलेंडर दिए जाते हैं। इससे आगे अगर कोई भी गैस सिलेंडर लेता है तो उसे बाजार कीमत पर खरीदना होता है। PAHAL (एलपीजी के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) योजना के तहत, उपभोक्ताओं को सब्सिडी दर पर एलपीजी सिलेंडर मिलता है।