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प्रेमी प्रेमिका ने जुदाई के डर से मौत को लगाया गले

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लखनऊ। कहते हैं प्यार झुकता नहीं। प्यार करने वालो की दास्ताँ आज भी देखने और सुनने को मिल रही हैं,लैला मजनू ,हीर राँझा ,शिरी फरहाद ,जैसे प्यार करने वालो के किस्से कहानिया किताबो और फिल्मो में पढ़ा और देखा करते हैं। के युग में भी प्यार करने वालो की कहानी इनसे हट कर नहीं। एक छोटे से गाँव में जन्म लेने वाले प्रेमी और प्रेमिका को एक दुसरे से कब प्यार हो गया खुद इस बात का वह अंदाजा नहीं लगा सके। मगर प्यार ने दोनों को लाकर उस मुकाम पर खड़ा कर दिया। यह प्रेमी युगल दो जिस्म और एक जान से कम नहीं थे । दोनों के प्यार के आगे समाज का बंधन ,तो वही प्रेमिका के घर वाले प्रेमिका की शादी दूसरी जगह तय कर देते हैं, इसके पहले बरात आये और प्रेमिका किसी दुसरे के साथ सात फेरे ले। यह दोनों को गवारा नहीं था । दोनों ने घर से निकल कर जंगल में प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिन्दूर भरा उसके बाद मोबाइल पर दोनों ने सेल्फी लेने के बाद दुनिया को अलविदा कह दिया।

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वहीं उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के थाना हुसैन गंज क्षेत्र के अहमदपुर गाँव निवासी राम बाबू लोधी की बेटी नीलम जिसने गाँव में रह कर अपनी कक्षा आठ तक की पढ़ाई पूरी की थी। किन्ही कारणों वस् नीलाम आगे की पढ़ाई नहीं कर सकी पिता खेती किसानी करके अपना और अपने परिवार की जीविका चला रहा था। परिवार के बोझ तले राम बाबू को एहसास न हो सका की बेटी कब जवान हो गयी। नीलम पूरी तरह से बालिग़ हो गयी अपना अच्छा बुरा समझने की उसके अंदर सलाहियत थी। गाँव में ही जन्मा महेंद्र जो की अपनी पढ़ाई पूरी करके गाँव में रहता था। नीलम और महेंद्र में कब प्यार हो गया इसकी खबर दोनों के घर वालो को नहीं थी। मगर जैसे जैसे प्यार का रंग दोनों के ऊपर चढ़ता गया गाँव में दबी ज़बान चर्चा होने लगी पिछले तीन वर्षो से दोनों के बीच प्यार का सिलसिला जारी था। मगर अपने प्यार के आगे किसी को रोड़ा बनते देखना गवारा नहीं था।

बता दें कि घर परिवार को भी जानकारिया मिलने लगी दोनों के बीच प्यार मोहब्बत की मगर दोनों के घर वालो ने इनके प्यार की कदर नहीं की। जब की दोनों एक ही बिरादरी के थे नीलम के पिता राम बाबू ने नीलम की शादी बनगांव जिला- छतरपुर मध्यप्रदेश में तय कर दिया। जो नीलम को गवारा नहीं था. नीलम की बरात 23 -06 2018 को आनी थी। इसके पहले दोनों में कब और कैसे क्या बाते हुयी दोनों के घर वालो को भनक नहीं लग सकी। नीलम अपने घर से और महेंद्र अपने घर से बहाने बनाकर रात्रि के दस बजे निकले जब ज्यादा समय बीत गया घर नहीं लौटे तो घर वालो को चिंता हुई मगर कोई पता नहीं लग सका। सुबह होते ही दोनों परिवार को मौत की जानकारी मिलती हैं। की नीलम और महेंद्र ने पेड़ पर फांसी लगा कर आत्म ह्त्या कर लिए हैं। मौत की मखबर पूरे गाँव में आग की चिंगारी की तरह फ़ैल गयी।घटना स्थल से मिले मोबाइल में अंतिम समय की दोनों ने एक साथ बैठ कर सेल्फी ली थी।

साथ ही जिसमे देखा जा रहा हैं की नीलम की मांग में सिन्दूर भरा हुया हैं। दोनों इस दुनिया से चले गए मगर समाज के लिए बहुत से सवाल छोड़ गए। अब देखनी वाली बात यह हैं की समाज इनकी मौत से क्या सबक लेता हैं। वही पुलिस अधीक्षक राहुल राज ने बताया की फतेहपुर के हुसैन गंज थाना क्षेत्र में एक लड़का और एक लड़की की लाश पेड़ में लटकी हुई पाई गई है। जिसमे लड़की की उम्र 22 वर्ष है और लड़के की उम्र 27 वर्ष है और दोनों एक ही बिरादरी के है। जाँच में सामने आया है की दोनों में प्रेम प्रसंग था। लड़की के माता ,पिता ने लड़की की शादी कही और तय करदी थी।जिसकी वजह से दोनों ने एक साथ आत्म हत्या कर लिया है। दोनों डेड बाड़ी के सम्बन्ध में तहरीर लेकर के पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाई की जा रही है। मौके पर शान्ति ब्यवस्था की कोई समस्या नहीं है।

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