पटना। लोकसभा की अररिया सीट और विधानसभा की भभुआ और जहानाबाद सीटों के लिए रविवार को मतदान शुरू हो चुका है। मतदाता कतारों में लग गए हैं। वोटिंग के दौरान अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस उपचुनाव में सत्ताधारी राजग तथा विपक्षी महागठबंधन के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले मतदाताओं का मिजाज समझने का यह बढिय़ा मौका है। लिहाजा राजग और महागठबंधन के सभी छोटे-बड़े नेताओं ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगा दी है। शाम पांच बजे के पूर्व जो मतदाता कतार में खड़े होंगे, उनके वोट होने तक मतदान जारी रहेगा। इसके नतीजे 14 मार्च को आएंगे।
बता दें कि राजद के मोहम्मद तस्लीमुद्दीन यहां से थे सांसद। उनके निधन से सीट रिक्त हुई। यहां उनके पुत्र राजद के सरफराज आलम से एक बार जीत चुके भाजपा के प्रदीप सिंह का मुकाबला है। अररिया नगर परिषद क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 161 पर आधा घंटा विलंब से 7.30 बजे मतदान शुरू हुआ। भाजपा के आनंद भूषण पांडेय यहां से जीते थे। उनके निधन से सीट रिक्त हुई। यहां पूर्व विधायक की पत्नी रिंकू रानी पांडेय के भाजपा की नाव है। उनका कांग्रेस के शंभू सिंह पटेल से मुकाबला है। भभुआ नगर के बूथ 12, 15 और 16 पर इवीएम खराब रहने के कारण मतदान देर से शुरू हुआ।
वहीं राजद के टिकट पर जीते मुंद्रिका सिंह यादव के निधन से सीट रिक्त हुई थी। यहां जदयू के अभिराम शर्मा कें मुकाबले राजद के सुदय यादव खड़े हैं। सेसंम्वा के मतदान केंद्र पर ईवीएम में गड़बड़ी के कारण 45 मिनट देर से मतदान शुरू हुआ। उपचुनाव को मिशन-2019 का सेमीफाइनल मानकर पक्ष-विपक्ष ने धुआंधार प्रचार किया। जिस तेवर में सवाल किए गए, उसी तेवर में जवाब भी हाजिर रहे। महागठबंधन ने घोटाले और आरक्षण के मुद्दे पर सत्तारूढ़ दलों के प्रत्याशियों को कमजोर करने की कोशिश की तो सत्तारूढ़ दलों ने भी लालटेन युग एवं आतंक राज को उछालकर प्रतिद्वंद्वियों की हवा निकालने में कसर बाकी नहीं रखी।
साथ ही लोकसभा की अररिया और विधानसभा की जहानाबाद एवं भभुआ सीटों पर दोनों गठबंधनों के बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई मंत्री व नेता मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए चुनावी सभाएं कर चुके हैं।