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सात साल बाद खोला गया सहायक कलेक्टर के बन्द पड़े सरकारी आवास का ताला, दहेज प्रताड़ना का आरोप लगने के बाद हो गए थे गायब

72e3c7a5 6a8f 47dc 8151 a127e96b2327 सात साल बाद खोला गया सहायक कलेक्टर के बन्द पड़े सरकारी आवास का ताला, दहेज प्रताड़ना का आरोप लगने के बाद हो गए थे गायब

बहरोड़ से संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट

बहरोड़। पारीवारिक मनमुटाव के चलते लगभग सात साल पहले आईपीएस पत्नि के द्वारा दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया गया था। जिसके बाद वह अचानक कहीं चले गए थे। जिसके चलते बहरोड़ सहायक कलेक्टर के सरकारी आवास का ताला गुरूवार को राज्य सरकार के कार्मिक विभाग की पाॅच सदस्यीय टीम की मौजूदगी में खोला गया। बहरोड़ एसडीएम की अध्यक्षता में पाॅच सदस्यों की टीम ने गुरूवार को सहायक कलेक्टर के सरकारी आवास का ताला खुलवाकर उसमें रखे सारे सामान को बाहर निकलवाया और विडिओ ग्राफी करवाई गई। आगे इसको डिस्पोज करवाने की कार्यवाही की जायेगी।

पत्नी ने लगाया था दहेज प्रताड़ना का आरोप-

गौरतलब है कि सात साल पहले वर्ष 2013 में आरएएस नरसिंह बहरोड़ सहायक कलेक्टर के पद पर आसीन थे। तब गुजरात कैडर की उनकी आईपीएस पत्नि ने दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ गुजरात में मामला दर्ज करवा दिया था। तत्कालीन सहायक कलेक्टर नरािसंह को मामला दर्ज हो जाने की जानकारी मिलने पर वो अपने बहरोड़ स्थित सरकारी आवास पर ताला लगाकर कहीं चले गये। उसके बाद उनको विभाग की ओर से आवास खाली कराने को लेकर कई बार नोटिस भी जारी किये गये। लेकिन विभाग से उनका कोई सम्पर्क नहीं हो पाया। गुरूवार को टीम अध्यक्ष एसडीएम संतोष कुमार के नेतृत्व में उनके सरकारी आवास को खोला गया और सामान बाहर निकालकर विडिओग्राफी करवाई गई है। आगे निकाले गये सामान को डिस्पोज करने के लिए कार्यवाही की जायेगी। इस मौके पर एसडीएम सहित थाना अधिकारी विनोद सांखला, पीडब्लूडी अधिकारी व नगरपालिका अधिकारी मौजूद रहे।

टीम गठित कर क्वार्टर खाली करवाया-

बहरोड़ एसडीएम संतोष कुमार मीणा ने बताया कि हमारे एक आरएएस अधिकारी नरसिंह जो 2013 से बहरोड़ में सहायक कलेक्टर के पद पर आसीन थे। वो काफी समय से विभाग की तरफ से एपीओ हो रखे थे और काफी समय से उनका विभाग से कोई सम्पर्क नहीं हो पाया है और ना ही उन्होंने विभाग को कोई पत्र लिखा है। ये क्वार्टर उनको अलोट कर रखा था। बन्द रहने के कारण ये किसी के काम नहीं आ रहा था तो हमने चाहा कि ये क्वार्टर खाली हो और अन्य कर्मचारी को अलोट किया जा सके। क्वार्टर खाली कराने को लेकर हमने उच्च अधिकारियों को लेटर लिखा। जिनके निर्देशानुसार आज टीम गठित कर क्वार्टर खाली करवाया कर सामान की विडिओग्राफी करवाई जा रही है। आगे सामान को डिस्पोज करवाने की कार्यवाही की जायेगी।

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