गाजियाबाद। जिले में 23 बैंकों से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बैंकों से धोखाधड़ी करने वाले दो लोगों के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।
गाजियाबाद स्थित इंदिरापुरम के शक्ति खंड तीन में एक ही संपत्ति पर लगभग 23 बैंकों से धोखाधड़ी कर लोन लेने का मामला बताया जा रहा है। इसी के तहत नोएडा सेक्टर-126 स्थित शिवालिक मार्केटाइल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
बैंक द्वारा पुलिस को दी गयी तहरीर में कहा गया है कि शक्ति खंड-तीन निवासी उमेश कुमार ने साल 2012 में अपने फ्लैट समेत भोपुरा स्थित एक संपत्ति के आधार पर बैंक से 85 लाख रुपये का लोन लिया था। आरोप है कि उसने लोन नहीं चुकाया,जिसके कारण खाता एनपीए हो गया। बैंक की तरफ से उसे 1.78 करोड़ रुपये का कर्ज अदा करने के लिए नोटिस भी दिया गया था। रुपये अदा नहीं करने पर साल 2014 के जनवरी महिने में बैंक ने संपत्ति पर कब्जा कर नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
नीलामी नोटिस जारी करने के बाद बैंक को जानकारी मिली कि आरोपित उमेश कुमार व गारंटर अजय जैन ने फर्जी कागजात के जरिये बैंक से कर्ज लिया था।
बैंक ने शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपितों ने दिल्ली-एनसीआर के 23 बैंको को धोखाधड़ी व जालसाजी कर फर्जी कागजातों के आधार पर करोड़ों की चपत लगाई है।
इंदिरापुरम थाने की पुलिस ने आरोपित उमेश कुमार और अजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कर कार्रवाई करने की बात कह रही है।
लेकिन इस सब के बीच एक सवाल जरूर उठता है कि 23 बैंकों को आरोपित चूना लगाते रहे और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुयी।