नई दिल्ली। दुनिया में हर रिश्ते का अपना महत्व होता है। मा-पिता का रिश्ता प्यार का रिश्ता, शिक्षक का रिश्ता या फिर दोस्ती का रिश्ता सारे रिश्ते अपने आप में ही खास होते हैं। ऐसे में ही आता है एक रिश्ता जो होता है भाई-बहन का।
एक भाई-बहन एक दूसरे के अच्छे दोस्त भी होते हैं और एक दूसरे को बहुत कुछ सीखाते भी हैं और कई बार माता-पिता की तरह डांटते भी हैं। ये रिश्ता अपने आप में ही एक अजीब ही प्यारा बंधन होता है क्योंकि भाई-बहन ही सबसे ज्यादा एक दूसरे से लड़ते हैं और एक दूसरे के बिना रह भी नहीं सकते।
बच्चे परिवार को महत्व देना सीखते हैं, व अपने भाई-बहनों को ज्यादा करीब आते हैं। नियमित रूप से परिवार के साथ खेलने से भाई-बहन निष्पक्ष खेलने के आदि होते हैं, जिससे वे ईमानदार बनते हैं और अपने भाई-बहनों के साथ उत्तम दर्जे के संबंध बनाने योग्य बन पाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ शायद आपके साथ खेलने का ये नियम टूटने लगे, लेकिन रोज़ाना परिवार के साथ समय बिताने की आदत हमेशा संबंधों को मज़बूत और मधुर बनाए रखेगी।
भाई-बहन के बीच में उम्र के चलते कई बार फांसले आ जाते है, लेकिन ऐसा होना नहीं चाहिए।अपने भाई या बहन जो भी हों उनके साथ अच्छे संबंध बनाए रहिए।आपका परिवार ही आपकी ताकत होता है।उसे बिखरने नहीं देना चाहिए।