कोरोना वायरस के एक नया वेरिएंट ओमीक्रॉन दुनियाभर के देशों के लिए मुसीबत बन गया है। तेज रफ्तार से ये पूरी दुनिया में अपने पैर पसार रहा है। ओमीक्रॉन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
डेल्टा और ओमीक्रॉन के मरीजों में कई तरह के लक्षण देखे जा रहे हैं, लेकिन ओमीक्रॉन में एक लक्षण ऐसा है जो डेल्टा में दिखाई देने वाले लक्षणों से बिल्कुल अलग है। ओमीक्रॉन के मरीजों को रात में ये लक्षण दिखाई देते हैं, जिससे मरीजों को काफी परेशानी होती है। ऐसे में आइए जानते हैं इसके बारे में :-
स्क्रेची थ्रोट
दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर, एंजेलिक कोएत्ज़ी के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में गले में खराश के बजाय स्क्रेची थ्रोट जैसी समस्या देखने को मिल रहे है। वैसे तो यह दोनों स्थितियां एक हद तक समान हो सकती हैं, हालांकि स्क्रेची थ्रोट की समस्या अधिक दर्दनाक होती है।
थकान
पहले के वेरिएंट की तरह, ओमिक्रॉन से थकान या अत्यधिक थकावट हो सकती है। एक व्यक्ति थका हुआ महसूस कर सकता है, कम ऊर्जा का अनुभव कर सकता है और आराम करने की तीव्र इच्छा हो सकती है, जो रोजमर्रा की गतिविधियों को बाधित कर सकती है।
हल्का बुखार
कोरोनावायरस की शुरुआत के बाद से हल्का से मध्यम बुखार कोविड19 के बताए गए लक्षणों में से एक है, लेकिन ओमिक्रॉन में बुखार माइल्ड रहता है और कई दिनों तक बना रह सकता है।
सूखी खांसी
साउथ अफ्रीका हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार ओमिक्रॉन से पीड़ित लोगों को सूखी खांसी भी हो सकती है। यह लक्षण कोविड19 के लक्षणों में भी दिखाई दिया था। सूखी खांसी तब होती है जब आप आपका गला सूखता है या फिर आपके गले में इंफेक्शन होने की वजह से कुछ अटका हुआ-सा लगता है।
रात में पसीना आना
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर अनबेन पिल्ले के अनुसार, रात के समय पसीना आना भी इस बीमारी के लक्षण हैं। वहीं, रात को पसीना बहुत ज्यादा आता है। सबसे हैरानी की बात यह है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अगर एसी चलाकर या ठंडी जगह पर सोता है, तो भी उसे पसीने आते हैं।
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