नई दिल्ली। गौ रक्षकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुर में सुर मिलाते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सोमवार को कहा कि गौ संरक्षण के नाम पर कुछ असामाजिक तत्व कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं। संघ ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने लोगों से इन असामाजिक तत्वों से प्रभावित न होने की अपील की।
उन्होंने कहा, “गौ संरक्षण के नाम पर कुछ असामाजिक तत्व कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं। वे समाज की समरसता को दूषित कर रहे हैं। यह वास्तविक गौ संरक्षकों के कार्यो पर सवाल उठा रहा है। आरएसएस ने जनता से गौसंरक्षण के नाम पर ऐसे मौकापरस्त लोगों के प्रभाव में न पड़ने का आग्रह किया।” उन्होंने कहा, “हम राज्य सरकारों से आग्रह करते हैं कि वे ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे।”
वैद्य ने कहा, “भारत एक कृषि प्रधान देश है और गाय हमेशा कृषि का आधार रही है। जब दुनिया रासायनिक खाद व कीटनाशकों का दुष्प्रभाव झेल रही है, तब गाय आधारित जैविक खेती की महत्ता बढ़ी है। इसलिए हिंदू तथा अन्य समुदाय गौ संरक्षण के प्रति कटिबद्ध हैं।” उन्होंने कहा, “गांधी जी, विनोवा भावे तथा मालवीय जी जैसे प्रख्यात लोग गौ संरक्षण के लिए काम कर चुके हैं।”
तेलंगाना दौरे के दौरान रविवार को मोदी ने दलितों की सुरक्षा और फर्जी गौ रक्षकों को दंडित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वे देश को बर्बाद कर रहे हैं। इससे पहले, गौ संरक्षकों पर चुप्पी तोड़ते हुए मोदी ने नई दिल्ली में रविवार को कहा था कि इस तरह की घटनाओं पर उन्हें बेहद गुस्सा आता है और उन्होंने सरकार से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है, जो गौ संरक्षण के नाम पर अपनी दुकान चला रहे हैं।