क्रिसमस डेः पूरी दुनिया में प्रत्येक वर्ष 25 को दिसंबर क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है। आपको बता दें कि क्रिसमस डे का त्यौहार करीब 160 देशों में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। हर उम्र के लोग क्रिसमस को बड़े उत्साह से मनाते हैं। क्रिसमस के जश्न की तैयारियां कई दिन पहले ही शुरू हो जाती हैं। क्रिसमस के त्योहार पर क्रिश्चियन धर्म के लोग अपने घरों को रंगीन लाइटों, डेकोरेटिव आइटम्स से सजाते हैं।
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वैसे तो क्रिसमस क्रिश्चियन धर्म को मानने वाले लोगों का त्योहार है। लेकिन दूसरे धर्म के लोग भी इस त्योहार को पूरे ही उत्साह के साथ मनाते हैं। दुनिया के अलग- अलग देशों में क्रिसमस का त्योहार अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि क्रिसमस का त्योहार 1 और 2 दिन नहीं, बल्कि पूरे 12 दिनों तक मनाया जाता है।
आइए जानते हैं क्रिसमस के त्यौहार को कितने दिनों तक मनाते हैं..?
पहला दिन 25 दिसबंरः आपको बता दें कि पहला दिन 25 दिसबंर होता है, क्रिसमस के पहले दिन से ही त्योहार का जश्न शुरू हो जाता है। क्रिश्चियन लोग इस दिन को ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में मनाते हैं।
दूसरा दिन 26 दिसंबरः क्रिसमस के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को सेंट स्टीफन डे के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि सेंट स्टीफन पहले ऐसे शख्स थे, जिन्होंने ईसाई धर्म के लिए अपनी जीवन की कुर्बानी दी थी।
तीसरा दिन 27 दिसंबरः क्रिसमस का दूसरा दिन सेंट जॉन को समर्पित होता है। गौरतलब है कि सेंट जॉन ईसा मसीह से प्रेरित और उनके मित्र माने जाते हैं।
चौथा दिन 28 दिसंबरः क्रिश्चियन धर्म की मान्यता है कि किंग हीरोद ने ईसा मसीह को ढूंढते समय कई मासूम लोगों को कत्ल कर दिया था। इस दिन उन्हीं मासूम लोगों को याद कर उनके लिए प्रार्थना की जाती है।
पांचवां दिन 29 दिसंबरः यह दिन सेंट थॉमस को समर्पित है, 12वीं सदी में चर्च पर राजा के अधिकार को चुनौती देने पर उन्हें 29 दिसंबर को कत्ल कर दिया गया था। इस दिन क्रिश्चियन समुदाय के लोग उनको याद करते हैं।
छठा दिन 30 दिसंबरः इस दिन क्रिश्चियन समुदाय के लोग सेंट ईगविन ऑफ वर्सेस्टर को याद करते हैं।
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सांतवां दिन 31 दिसंबरः पोप सिलवेस्टर ने इस दिन को मनाया था। कई यूरोपियन देशों में न्यू ईयर इव को सिलवेस्टर कहा जाता है। य़ूके में इस दिन पारंपरिक रूप से गैम्स और खेल-कूद आयोजित किए जाते हैं। इस दिन नए साल से पहले की शाम के रूप में भी मनाया जाता है।
आठवां दिन 1, जनवरीः क्रिसमस का आंठवां दिन ईसा मसीह की मां मदर मैरी को समर्पित होता है। मुस्लिम समुदाय के लोग मां मदर मैरी हजरत मरयम कहते हैं।
नवां दिन 2,जनवरीः इस दिन चौथी सदी के सबसे पहले ईसाई ‘सेंट बसिल द ग्रेट’ और ‘सेंट ग्रेगरी नाजियाजेन’ को याद किया जाता है।
दसवां दिन 3 जनवरीः क्रिश्चियन धर्म के लोगों की मान्यता है कि इस दिन ईसा मसीह का नाम रखा गया था। इस दिन चर्च में रौनक देखते ही बनती है।
ग्यारहवां दिन 4 जनवरीः 18वीं और 19वीं सदी की अमेरिका की पहली संत, सेंट एलिजाबेथ को समर्पित होता है।
बारहवां दिन 5 जनवरीः 5 जनवरी क्रिसमस पर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन को एपीफेनी भी कहा जाता है। यह दिन अमेरिका के पहले बीशप सेंट जॉन न्यूमन को समर्पित है।