नई दिल्ली। अगले साल भारत के 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पहली बार मुख्य अतिथि के तौर पर एक नहीं बल्कि दस देशों के नेता हिस्सा लेंगे। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में भारत-आसियान संबंधों पर झांकी और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे जो भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के महत्व को रेखांकित करेंगे। भारत एवं आसियान देशों के बीच संवाद स्थापित होने के 25 साल पूरे होने के मौके पर जनवरी में कुल 21 कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। वाणिज्य, संपर्क और संस्कृति के तीन स्तंभों पर आगे बढ़ने वाली भारत आसियान संबंधों की यात्रा में धर्म का तत्व भी प्रमुख होगा।
इसके अलावा 11 से 13 जनवरी के बीच बिहार के राजगीर में ‘धम्म‘ धर्म सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। आसियान के सभी दस देशों से रामलीला करने वाली टोलियां आएंगी और 20 से लेकर 24 जनवरी के बीच राजधानी के विभिन्न स्थानों पर रामायण की कथाओं का मंचन करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंद्रहवें भारत आसियान शिखर सम्मेलन में इस संगठन के सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों को 25 जनवरी को होने वाले भारत आसियान विशेष स्मृति शिखर सम्मेलन और भारत के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया था जिसे सभी नेताओं से सहर्ष स्वीकार किया था।