नई दिल्ली। दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबतों का दौर थमता नजर नहीं आ रहा है। एक के बाद एक विधायकोें पर लग रहे आरोपों को झेल रही आम आदमी पार्टी के 27 विधायकों पर एक बार फिर तलवार लटकी दिख रही है। गौरतलब है कि लॉ की पढ़ाई कर रहे विभोर आनंद ने जून माह में निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी थी अब चुनाव आयोग ने इस शिकायत को राष्ट्रपति के पास भेज दिया है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि दिल्ली सरकार ने अपने विधायकों को सरकारी अस्पतालों की रोगी कल्याण समिति का अध्यक्ष बनाया है, वह पूरी तरह लाभ के पद के दायरे में आता है, ऐसे में इन विधायकों की सदस्यता रद्द होनी चाहिए। आपको यह भी बता दें कि यह मामला आप के उन 21 विधायकों से अलग है जिन्हे संसदीय सचिव के लाभ पद पर नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट ने उन्हे लाभ के पद से हटा दिया था।
गौरतलब है कि रोगी कल्याण समिति एक तरह की एनजीओ संस्था है जो अस्पताल के प्रबंधन का काम देखती है, इसमें इलाके के विधायक, सांसद, प्रशानिक अधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी शामिल होते हैं।