नई दिल्ली। दिल्ली से सटे गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के बच्चे की मौत का मामला अब और भी ज्यादा गर्माता जा रहा है। मृतक बच्चे के परिजनों की तीसरे दिन भी स्कूल के बाहर प्रदर्शन जारी है। यहां तक के परिजनों का गुस्सा सांतवें आसमान तक पहुंचने के बाद उन्होंने स्कूल के करीब शराब के ठेके को भी आग के हवाले कर दिया। परिजनों के साथ भीड़ इतनी ज्यादा उग्र हो गई कि पुलिस को इसे कंट्रोल करने के लिए बल का उपयोग करना पड़ा।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा है। दूसरी तरफ हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की तरफ से स्कूल प्रशासन की इस मामले में लापरवाही की बात कही गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है। और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन उन्होंने स्कूल की मान्यता रद्द करने की बात से इनकार किया है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि रेयान स्कूल के प्रबंधक की बीजेपी से अच्छे संबंध हैं लेकिन शिक्षा मंत्री ने उस सभी अटकलों को खारिज किया है।
वही सात साल के बच्चे की मौत के आरोपी बस कंडक्टर अशोक के किए की सजा अब उसका पूरे परिवार को भुगतनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने अशोक के परिवार का बहिष्कार कर उनका हुक्का-पानी बंद कर दिया है। बता दें कि इन दिनों गुरूग्राम का घमरोज गांव सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल रेयान इंटरनेशनल स्कूल में एक सात साल के बच्चे के साथ कुकर्म की कोशिश और फिर उसकी बेरहमी से हत्या करने वाला अशोक इसी गांव का रहने वाला है।