जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना की मार को झेल रही है तो वहीं कुछ आसमान पर ऐसी घटनाएं घट रही हैं। जिससे लोगों के बीच कई सारे भ्रम पैदा हो रहे हैं। ऐसी ही एक और नई खबर आयी है। जिसने सबको चौंका दिया है। अंतरिक्ष से धरती की तरफ एक बहुत बड़ा उल्का पिंड आ रहा है। जिसको लेकर काफी चर्चा हो रही है।इस उल्कापिंड की गति इतनी ज्यादा है कि अगर धरती पर गिरे तो कई किलोमीटर तक तबाही मचा सकता है। अगर समुद्र में गिरेगा तो बड़ी सुनामी पैदा कर सकता है। इसके धरती की तरफ आने में बस कुछ ही घंटे बाकी हैं।
इस उल्कापिंड की गति 13 किलोमीटर प्रति सेकेंड है। यानी करीब 46,500 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार। ये उल्का पिंड एफिल टावर से भी बड़ा बताया जा रहा है।ये आफत आसमान से आने वाली है जिसके लिए आज का दिन बेहद अहम है। नासा ने खबर दी है कि एक बड़ उल्कापिंड तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। यह 24 जून को धरती के करीब आएगा और यह दिन काफी अहम होने वाला है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अनुमान है कि यह धरती से करीब 37 लाख किलोमीटर दूर से निकलेगा। लेकिन अंतरिक्ष विज्ञान में इस दूरी को ज्यादा नहीं माना जाता। हालांकि, धरती को इस उल्कापिंड से कोई खतरा नहीं है। जून में धरती के बगल से गुजरने वाला ये तीसरा उल्कापिंड है। जिससे धरती कोई खतरा नहीं है।नासा के वैज्ञानिक उन सभी एस्टेरॉयड्स को धरती के लिए खतरा मानते हैं जो धरती से 75 लाख किलोमीटर की दूरी के अंदर निकलते हैं। इन तेज रफ्तार गुजरने वाले खगोलीय पिंडों को नीयर अर्थ ऑबजेक्टस (NEO) कहते हैं।
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इस बड़े उल्का पिंड से धरती को तो कोई खतरा नहीं हैष लेकिन फिर भी नासा के वैज्ञानिक इस पर नजर बनाए हुए हैं। ताकि इतने बड़े उल्का पिंड की हर स्थिति के बारे में उन्हें पता हो।और वो दुनिया को बता सकें।