पटना/लखनऊ। 19 फरवरी को होने वाले तीसरे चरण के मतदान के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। एक तरफ मतदान की तैयारियां शुरू है तो दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियां चौथे चऱण के मतदाताओं को लुभाने की तैयारियों में लगी हुई है। चुनावी रण के सियासी घमासान के बीच खबरें आ रही हैं कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव कांग्रेस और सपा के महागठबंधन के लिए चुनाव प्रचार कर सकते हैं।
सूत्रों के हावले से मिल रही खबरों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव विधानसभा चुनावों के छठे और सातवें चरण में महागठबंधन के लिए चुनाव प्रचार कर सकते हैं। राजद के सूत्रों की माने तो लालू के प्रचार अभियान को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
लालू की है पकड़
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 89 विधानसभा सीटें बिहार के सीमावर्ती इलाके में है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में लालू की काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है, ऐसे में इनके समर्थकों की संख्या यूपी में भी काफी अधिक है और बिहार के नेताओं द्वारा यूपी की सीटों के लिए किया जाने वाला प्रचार सम्बंधित पार्टी में लिए फायदेमंद होती है। शायद यही वजह है कि सपा-कांग्रस गठबंधन ने लालू यादव को प्रचार अभियान को गति देने के लिए बुलावा भेजा था।
अगर उत्तर प्रदेश के छठे और सातवें विधानसभा क्षेत्रों पर नजर डालें तो पता चलता है कि इन जगहों पर बिहार के मतदाताओं की संख्या अधिक है। कई लोग बिहार से यहां पर काफी साल पहले रोजगार की तलाश, तो कोई अपने प्रियजनों के पास रहने के लिए आया था और यहीं का होकर रह गया। मतदाता सूची में भी इनका नाम जुड़ गया है लेकिन इनका सर्वाधिक कार्य बिहार राज्य में पड़ता है और हमेशा बिहार के बड़े नेताओं के संपर्क में रहते हैं।
अल्पसंख्यकों पर भी डालेंगे डोरे
लालू यादव यूपी में निवास करने वाले अल्पसंख्यकों लार भी डोरे डालेंगे। राजद के एक नेता का कहना है कि पार्टी की ओर से य़ूपी चुनाव में लालू के प्रचार के लिए तैयारियां की जा रही है। इसकी रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि चौते चरण के मतदान के बाद लालू द्वारा चुनाव प्रचार करने की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।