बिहार में छठ का महापर्व शुरु हो चुका है। लेकिन इसकी गर्माहट सियासत में दिखने लग रहा है। इस दिनों जहां बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच ट्वीट वार चल रही है तो अब इस जंग में बिहार में सत्तारूढ़ आरजेडी प्रमुख लालू यादव का भी बयान सामने आया है जिस कारण सियासत और भी ज्यादा चरम पर हो गई है।
मंगलवार को मीडिया के सामने आकर लालू ने नोटबंदी, जीएसटी के मुद्दों पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण गरीब जहां फंस गया है तो पूंजीपतियों का काला धन सफेद हो गया है। लालू यादव ने साफ तौर पर कहा कि जीएसटी और नोटबंदी के बुरा प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है जिस कारण महंगाई काफी बढ़ गई है। उन्होंने 8 नवंबर को रैली की घोषणा भी की है। उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ रैली करने वाले हैं।
लालू ने आगे कहा कि इन दिनों सुशील मोदी मालदार विभागों के जरिए पैसा इकट्ठा करने में लगे हुए हैं तथा सीएम पर वह डॉमिनेट कर रहे हैं। छठ के बारे में कहा कि राबड़ी देवी कई सालों से छठ का व्रत कर रही हैं और इस बार भी वह व्रत करेंगी। लेकिन पिछले साल वह व्रत नहीं कर पाई थीं। वही डिप्टी सीएम का जवाब देते हुए पूर्व डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर कहा कि ‘सुनो। मर्द हों और धर्मी भी हो तो चुनौती स्वीकार करों। गंगा माता में एक तरफ़ मेरी माँ व्रती रखकर छठ पूजा करेगी और उनके बग़ल में आपकी धर्मपत्नी “जेसी जॉर्ज”। देखते है कौन कितना लंबे समय तक और कितनी कठिन पूजा कर सकतीं है? औक़ात पता चल जाएगी? ‘