नई दिल्ली। बिहर में जब से महागठबंधन तोड़ कर नीतीश बीजेपी में शामिल हुए हैं। तब से लालू और कांग्रेस अकेली हो गई है। जिसके चलते वो फिर से अपनी पार्टी को मजबूत करने की जिद्दोजहद में लगे हैं। जिसके लिए लालू ने जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव को अपने साथ आने की अपील की है। कि वो उनकी पार्टी में शामिल हो। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि हम बिहार की जनता को निराश नहीं होने देंगे। हम गरीब, वंचित और जनता के लिए वैचारिक रूप से सभी साथियों को साथ लेकर खेत खलिहान से लेकर सड़को और संसद तक संघर्ष करेंगे और गरीबों क हक के लिए लड़ेंगे। अपने दूसरे ट्वीट में लालू ने लिखा कि हमने और शरद यादव ने एक साथ लाठी खा कर संघर्ष किया था और आज एक बार फिर देश को संघर्ष की जरूरत है। गरीबों और उत्पीडितों के लिए हमें एक बार फिर संघर्ष करना होगा। लालू ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि हम गरीबों और वंचितों के लिए एक नया आंदोलन खड़ा करेंगे। शरद भाई आप आइये मिल कर सभी तानाशाही को नेस्तनाबूद करें।
बता दें कि बिहार की सत्ता में चल रही उलट पलट को लेकर फिलहाल शरद यादव शामोशी इख्तेयार किए हुए हैं। माना जा रहा है कि शरद यादव नीतीश के महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ मिलने से काफी नाराज है। हालांकि अभी तक शरद यादव ने इस पूरी घटना के लिए एक शब्द भी नहीं बोला है। हालांकि इस मसले पर लालू प्रसाद यादव (69) ने NDTV के साथ एक इंटरव्यू में से कहा कि शरद यादव ने मुझे फोन किया था। इसके साथ ही यह भी कहा कि वह हमारे संपर्क में हैं और उन्होंने कहा है कि वह हमारे साथ हैं। शुक्रवार को नीतीश कुमार के विश्वास मत हासिल करने के बाद लालू यादव ने यह बात इंटरव्यू में कही।
साथ ही इस बीच यह भी कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ दोबारा से जुड़ने के बाद से नाराज बताए जा रहे शरद यादव ने पार्टी के सांसदों और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने पार्टी के नेताओं के साथ सलाह किए बिना ही महागठबंधन अलग होने और बीजेपी के साथ जुड़ने का एकतरफा फैसला किया है। इसके चलते पार्टी के कई सांसद नाराज बताए जा रहे हैं। जेडीयू सांसद वीरेंद्र कुमार तो यहां तक कह चुके हैं कि अगर उन्हें जबरदस्ती एनडीए का समर्थन करने को कहा गया तो वो इस्तीफा दे देंगे।