पटना। मछली खाने के शौकीन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव शाकाहारी हो गए हैं। ऐसा उन्होंने पंडित शंकर चरण त्रिपाठी के कहने पर किया है। हालांकि लालू पहले भी 15 दिनों के लिए मांस-मछली को छुआ तक वहीं था, लेकिन इस बार वो पूरी तरह से शाकाहारी हो गए हैं। उनका कहना है कि अब उनका मांस-मछली खाने का दिल नहीं करता है। आपको बता दें कि इस समय लालू यादव का पूरा परिवार रेलवे टेंडर घोटाले में फंसा हुआ है, जिसके चलते उन्होंने पंडित शंकर चरण त्रिपाठी से उपाय सुझाने को कहा और पंडित जी ने लालू को मांस-मछली छोड़ने का उपाय बता दिया।

बता दें कि लालू प्रसाद यादव मांस के बहुत शौकीन हैं उन्हें मांसाहार में सोने की मछ्ली और बेहते पानी की मछली बहुत पंसद है। यहीं नहीं वो खुद भी मछली बनाना जानते हैं। वहीं अगर उनके शाकाहारी खानें की बात करें तो इसमें वो दही का मठ्ठा, लिट्टी-चोखा,चना व मकई, सांवा का सत्तू और खिचड़ी खाना पसंद करते हैं। मांस के शौकीन लालू ने रेलवें टेंडर मामले से परिवार को निकालने के लिए अपने सबसे पंसदीदा व्यंजन को त्याग दिया है। उन्हें मां-मछली छोड़ने की सलाह पंडित शंकर चरण ने दी है। गौरतलब है कि लालू प्रसाद ने हाल ही में ज्योतिषी शंकर चरण त्रिपाठी को आरजेडी का राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोनीत किया है।
पंडित शंकर चरण त्रिपाठी पार्टी के प्रवक्ता होने के साथ-साथ पार्टी के अध्यक्ष लालू प्रसाद की समस्या से मुक्ति के लिए कई प्रकार की पूजा पाठ भी करते हैं। बताते चलें कि लालू ने इससे पहले भी मांस-मछली छोड़ दी थी।उस वक्त उन्होंने कहा था कि भगवान शिव ने स्वप्न में आकर उन्हें मांसाहार का सेवन नहीं करने की सलाह दिया था।
हालांकि बाद में उन्होंने अंडा को फल बताकर उसे ग्रहण करना शुरू कर दिया था।
हालांकि बाद में उन्होंने अंडा को फल बताकर उसे ग्रहण करना शुरू कर दिया था।