नई दिल्ली। नीतीश कुमार ने तेजस्वी की सफाई ना आने पर अपने पद से राज्यपाल को इस्तीफा देते हुए अपने आपको गठबंधन से अलग कर लेने की घोषणा कर दी है। इसके बाद उन्होने प्रेस के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने अगर इस मामले में इस्तीफा देते तो और ऊचांई पर चले जाते लेकिन ऐसा नहीं किया तेजस्वी के जबाब ना देने पर जनता में गलत मैसेज जा रहा था।
मै जनता के सवालों का क्या जबाब देता अभी तक गठबंधन की ये सरकार मैने बहुत धैर्य के साथ चलाई थी। इस पूरे संकट के लिए लालू यादव ही जिम्मेदार हैं। अब लालू यादव ने इस बारे में प्रेस बुलाकर नीतीश कुमार पर बड़े ही गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होने कहा है कि भ्रष्टाचार से बड़ा हत्याचार है और नीतीश कुमार के ऊपर 302 का मुकदमा दर्ज है। इस मामले से बचने के लिए वो भाजपा के पाले में जा रहे हैं। इसलिए इस्तीफा दिया है। कोई भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उनका इस्तीफा नहीं है।
क्या कहा लालू ने अपनी प्रेस में खास
- हम बिहार ने नहीं चाहते राष्ट्रपति शासन
- लालू ने गठबंधन बचाने का दिया फॉर्मूला कहा ना रहें आप ना तेजस्वी किसी और को चुने नेता
- कांग्रेस और जेडीयू के साथ राजद खड़ी है
- नीतीश कुमार भाजपा की गोद में बैठकर ना खेलें
- नीतीश कुमार ने मर्डर के केस से बचने के लिए भाजपा की ओर किया है रूख
- नीतीश कुमार को हो सकती है सजा उम्रकैद या फांसी की होगी सजा
- भ्रष्टाचार से हत्याचार है गंभीर आरोप
- पहले तो हमसे लोग डरते थे लेकिन अब हमारे लड़के से ही डर गये
- नीतीश और मोदी में सेटिंग है, गठबंधन टूटना तय था, तेजस्वी के इस्तीफे का बेवजह विवाद खड़ा किया
- नीतीश ने तेजस्वी यादव पर सफाई मांगी जबकि उन पर खुद 1991 में हत्या का आरोप है
- हमने महागठबंधन नहीं तोड़ा है, मुख्यमंत्री खुद छोड़कर गये हैं