- भारत खबर || नई दिल्ली
लक्ष्मी पूजन Lakshmi Pujan का शुक्रवार के दिन विशेष रूप से महत्व माना जाता है। पुराणों के अनुसार इस दिन लक्ष्मी पूजन करने से घर में धन यश की वृद्धि होती है। साथ ही हमारे कारोबार में बरकत बनती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लक्ष्मी पूजन Lakshmi Pujan करने के लिए क्या जरूरी है और लक्ष्मी पूजन की विधि किस प्रकार है ।
Lakshmi Pujan करने से पहले हमें गणों में ईष्ट भगवान गणेश का पूजन करना अनिवार्य होता है। अर्थात अन्य किसी भी पूजन की शुरुआत करने से पहले सबसे पहले भगवान गणेश की वंदना की जाती है। सभी देवी-देवताओं के पूजन करने की विधि अलग-अलग होती है एवं अलग मंत्रों के उच्चारण से उन्हें पूजा जाता है। आइए जानते हैं लक्ष्मी पूजन Lakshmi Pujan की विधि और इसके महत्व।
लक्ष्मी पूजन Lakshmi Pujan विधि एवं महत्व
Lakshmi Pujan की शुरुआत करने से पहले आप भगवान श्री गणेश व देवी लक्ष्मी की प्रतिमाओं जल से स्नान कराकर पंचामृत से स्नान कराएँ। फिर पुनः जल से स्नान कराकर उन्हें नए सुंदर वस्त्र व आभूषण पहनाकर चंदन या रोली का तिलक लगाएँ। तत्पश्चात श्री गणेश देवा देवी लक्ष्मी की प्रतिमा को पूजा के पवित्र स्थान पर रखें।
महालक्ष्मी को सुंदर वस्त्र व आभूषण पहनाने के पश्चात उन्हें इत्र या कुमकुम आदि लगाकर धूप व दीप जलाऐं। इसके बाद माँ लक्ष्मी को सुंदर पुष्प माला पहनाऐं और माँ लक्ष्मी के पावन चरणों में गुलाब के पुष्प अर्पण करें। तत्पश्चात बेल पत्थर और बेलपत्र भी माँ के चरणों के निकट रखें। इसी के साथ-साथ 11 से 21 चावल माँ को अर्पित कर आरती करें। माँ लक्ष्मी की आरती करने के पश्चात परिक्रमा कर उन्हें भोग लगाऐं व पूजन के दौरान महालक्ष्मी मंत्र का उच्चारण जरूर करें।
लक्ष्मी पूजन Lakshmi Pujan करते समय अपने मन को शांत रखें। अर्थात किसी उथल-पुथल में ना रहें। लक्ष्मी पूजन करने से घर में धन यश कीर्ति में वृद्धि होती है। व्यापार में वृद्धि होती है। इसके साथ-साथ घर में सुख-शांति का माहौल सर्वदा बना रहता है। शुक्रवार के दिन लक्ष्मी पूजन करने से सदैव महालक्ष्मी की असीम कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।