लखीमपुर खीरी हिंसा पर किसानों और प्रशासन के बीच चल रही बैठक का निष्कर्ष सामने आ चुका। इस बैठक में मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख का मुआवजा, व घायलों को 10-10 लाख का मुआवजा मिलने पर सहमति बनी है। साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में किए जाने पर सहमति बनी है।
किसान नेता सरदार बीएम सिंह को पुलिस ने हापुड़ में नजरबंद कर दिया है। पुलिस ने सरदार बीएस सिंह को डीआरडीओ के गेस्ट हाउस में नजरबंद किया है। सरदार बीएम सिंह लखीमपुर जा रहे थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व प्रदेश सरकार के आला अधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक के दौरान लखीमपुर खीरी हिंसा के विभिन्न बिंदुओं पर सीएम योगी आदित्यनाथ चर्चा करेंगे। यह बैठक कालिदास मार्ग मुख्यमंत्री आवास पर हो रही है।
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद माहौल पूरी तरीके से गरमाया हुआ है किसान नेता और प्रशासन के बीच लगातार चल रही सभी मांगों को लेकर वार्ता हो चुकी हैं लेकिन अभी आखरी फैसला आना बाकी है। इसी बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्र शेखर आजाद मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए लखीमपुर पहुंचे हैं।
प्रशासन और किसानों में लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर चल रहे बवाल को लेकर प्रशासन ने किसानों की मांग मान ली। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को 45-45 लाख रुपए मुआवजे के रूप में देने को सहमति जाहिर की है। साथ ही 3 से 4 दिन में आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी का भी आश्वासन दिया है।
पुलिस को चकमा देकर भागने में शिवपाल यादव कामयाब रहे शिवपाल यादव को पुलिस ने अरेस्ट किया था। फिलहाल शिवपाल यादव की लोकेशन नहीं मिल रही सूत्रों के मुताबिक लखीमपुर की तरफ बढ़ रहे हैं शिवपाल हालांकि पुलिस की कई टीमें शिवपाल यादव की तलाश में लगी हुई है।
पुलिस हिरासत में सपा प्रमुख अखिलेश यादव
लखीमपुर हिंसा के बाद आज उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा पार्टी की प्रमुख अखिलेश यादव को लखनऊ में रोकने के प्रयास करने के बाद पुलिस ने अखिलेश यादव को हिरासत में लेने की कोशिश की जिसके बाद सपा कार्यकर्ता उग्र हो गए और पुलिस को कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बल का उपयोग करना पड़ा।
पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को राज्य की राजधानी लखनऊ में नहीं आने को कहा गया है। राजधानी लखनऊ हवाईअड्डे के अधिकारी को पत्र लिखते हुए अपार मुख्य सचिव गृह अश्वनी अवस्थी ने कहा है कि लखीमपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है और इस स्थिति को देखते हुए नेताओं को जिले में जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।