नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव करीब है और आप में घमासान जारी है। पार्टी के संस्थापकों में से एक कुमार विश्वास के समर्थक उन्हें राज्यसभा भेजने के लिए पार्टी कार्यलय के बाहर तंबू गाड़ कर बैठे थे। उन्होंने आधे कार्यालय पर कब्जा कर लिया था। विश्वास की अपील के बाद ही वह वहां से उठे थे। इस बीच, पार्टी ने इस घटना को बीजेपी प्रयोजित हमला करार दिया है। कुमार विश्वास पहले ही राज्यसभा जाने की इच्छा जता चुके हैं। राज्यसभा के लिए 16 जनवरी को चुनाव होना है, जबकि नामांकन की अंतिम तिथि 5 जनवरी है। AAP प्रत्याशियों को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं ले सकी है।
बता दें कि AAP मुख्यालय पर बीते गुरुवार को कुमार विश्वास के समर्थकों ने पार्टी कार्यालय पर तंबू गाड़ा था। पार्टी के मीडिया मैनेजर विकास योगी का कहना है कि वे पहले बीते बुधवार रात को आए थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें कार्यालय के अंदर नहीं आने दिया था। उस वक्त उनमें पार्टी का एक भी कार्यकर्ता नहीं था। सिर्फ एक ट्रक में सामान थे। इसके बाद वे लोग दोबारा बीते गुरुवार सुबह तकरीबन 10 बजे कार्यालय पहुंचे। उनमें से कुछ AAP के सदस्य थे, जबकि अन्य लोग अजनबी थे। पार्टी कार्यालय पर यह बीजेपी प्रयोजित हमला था।’ दूसरी तरफ, कुमार विश्वास के समर्थकों ने दूसरी कहानी बयां की। उनका कहना था कि पार्टी ‘स्वराज’ या शक्तियों के विकेंद्रीकरण के आधार पर बनी थी। लेकिन, अब पूरी शक्ति अरविंद केजरीवाल के पास केंद्रीकृत हो चुकी हैं।