ऩई दिल्ली। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस की तैयारियां पूरे देश भर में चल रही हैं। हर कोई कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर कापी उत्साहित है। हालांकि इस बार कृष्ण जन्माष्टमी की तिथी को लेकर काफी असंमजस है। मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर गोकुल के मंदिरों में होली जैसा माहौल बन गया है। मंदिरों में श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव दधिकाना के रूप में मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर ब्रज में तो जबरदस्त उत्साह है ही, साथ ही पूरे वृन्दावन को भी दुल्हन की तरह सजाया गया है। मथुरा और वृन्दावन में जन्माष्टमी के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
कान्हा की नगरी मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी तीन सितंबर को मनाई जाएगी। जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए 20 लाख से भी अधिक कृष्ण भक्तों के पहुंचने का अनुमान है। भगवान के आगमन को लेकर मथुरा सजने लगा है। पूरा शहर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा है। मथुरा के सभी प्रमुख चौराहों पर लाइटिंग की गई है। बिजली के हर पोल पर झालर लगाई जा रही है।
जगह-जगह कृष्ण लीलाओं को दर्शाने वाले झांकियों को सजाया जा रहा है। भगवान के जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए शनिवार से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जन्माष्टमी के मौके पर वृन्दावन के मशहूर बांके बिहारी मंदिर की छटा देखते ही बनती है। जन्माष्टमी के दिन इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। बता दें कि बांके बिहारी को साक्षात राधा-कृष्ण का ही रूप माना जाता है।
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