नई दिल्ली। कभी जिन देशों और शहरों में लोगों का तांता लगा होता था। आज उन शहरों और देशों में एक चीज देखने को मिलती है और वो है सन्नाटा और सभी देशों में इस सन्नाटे की सिर्फ एक ही वजह है कोरोना वायरस ,जिसकी वजह से देश की खूबसूरती कम हो गई है सड़कें खाली हैं और गलियां सूनी है। इस वायरस ने हर देश की खूबसूरती को छीन लिया है।
बता दें की सभी देशों में इस वायरस के चलते संक्रमण के साथ-साथ मौतों का भी आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। कुछ देशों के हालात तो इतने खराब हैं कि लाशों का अंतिम संस्कार भी देरी से किया जा रहा है। हालात इतने खराब है कि कोरोना से मरने वालों को कोई कंधा देने को भी तैयार नहीं है। ये उन लोगों के साथ हो रहा है जो कभी भरे पूरे परिवार के साथ रहते थे लेकिन जब इनकी मौत हुई तो लावारिस हो गए, कि इनकी लाश उठाने को भी कोई तैयार नहीं है।
इस वायरस के चलते सभी से ये अधिकार छीन गया है कि वो अपने चाहने वालों को कंधा दे सके, और उनको अंतिम विदाई दे सके। इस वायरस ने मरने वाले को अंतिम वक्त में दिए जाने वाला सम्मान तक छीन लिया है। इस वायरस से मरने वालों की मौत एक बार नहीं बल्कि दो बार होती है। एक बार जब वो अपने परिवार और चाहने वालों से अलग होते हैं और दूसरी मौत तब जब आप इस बीमारी का शिकार होकर मर जाते हैं और आपको कोई अपना अंतिम विदाई तक देने वाला नहीं होता।
इस बीमारी से मरने वालों का अंतिम संस्कार भी बड़े अजीबों गरीब तरीके से किया जाता है। इस बीमारी से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार उनके पसंदीदा कपड़ों या कफ़न के साथ नहीं किया जाता, बल्कि जो गाउन अस्पताल में इलाज के दौरान पहनने को दिया जाता है उसी को कफ़न बनाकर उनको दफ़ना दिया जाता है। कुछ देशों में तो इस बीमारी से इतने बुरे हालात हैं कि वहां मरने वालों की संख्या हजारों में पहुंच गई है। और संक्रमित लोगों का आंकड़ा लाखों में , इस बीमारी से सबसे ज्यादा अमेरिका ,इटली, और चीन के हालात खराब हैं। जहां मरने वालों का आंकड़ा पूरी दुनिया से ज्यादा है।