- भारत खबर || रायपुर
हाल ही में किसान बिल को लेकर के शिरोमणि अकाली दल के सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर ने इस्तीफा देकर यह बता दिया है कि किसानों के हित में यह बिल नहीं है। और अब उसी नक्शे कदम पर चलते हुए छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी चेतावनी दी है कि किसान बिल के खिलाफ जल्द ही देश भर में सड़कों पर उतरेंगे।
बघेल का यह बयान लोकसभा से नए कृषि सुधार विधेयक पारित होने के अगले ही दिन आया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बघेल ने कहा, वर्तमान में, पंजाब और हरियाणा में किसान सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जल्द ही, देश भर के किसान सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि केंद्र सरकार निजी बाजारों को आगे लाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और इन विधेयकों को पारित करवाकर पूजी पतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है जिसका विरोध भारत का किसान हर कीमत पर करेगा।
कृषि सुधार बिल तमाम एमएनसीएस कंपनियों को किसानों के खेतों पर एकाधिकार करने करने की अनुमति देगी और कंपनियां कृषि क्षेत्र पर अपना नियंत्रण पूरी तरह से रखेंगे। बघेल ने कहा, “वे (केंद्र) किसानों की भलाई के लिए पूर्व नेताओं द्वारा वर्षों पहले उठाए गए सभी कदमों को उलट रहे हैं. किसानों का भविष्य अच्छा नहीं है और देश के पक्ष में नहीं है.” बघेल ने इस पर भी चिंता जताई कि नए कानून के बाद राज्य सरकारें बाजार पर से पकड़ खो देंगी। उन्होंने कहा, “इससे किसान की उपज को खराब कीमतों का सामना करना पड़ेगा. यह केवल कुछ लोगों के हाथों तक सीमित रह जाएगा।”
गुरुवार (17 सितम्बर) को लोकसभा ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि विपणन में सुधार से संबंधित दो विधेयक पेश किए जिसे बहस के बाद सदन ने पारित कर दिया. बिल में कहा गया है कि नया कानून खेतीबारी में “लाइसेंस राज” को समाप्त कर देगा और किसान अपनी पसंद के अनुसार अपनी कृषि उपज बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे।