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जाने क्यों प्राइवेट सेक्‍टर के एक्‍सिस बैंक के 15 हजार कर्मचारियों ने छोड़ी नौकरी

एक्सिस बैंक जाने क्यों प्राइवेट सेक्‍टर के एक्‍सिस बैंक के 15 हजार कर्मचारियों ने छोड़ी नौकरी

नई दिल्ली। बीते कुछ महीनों में प्राइवेट सेक्‍टर के एक्‍सिस बैंक के 15 हजार कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी है. यह दावा इकोनॉमिक टाइम्‍स की रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक बैंक का मैनेजमेंट बदलने की वजह से कर्मचारियों को काम करने में दिक्कतें आ रही थीं. यही वजह है कि मीडियम और ब्रांच लेवल के बैंक कर्मचारियों ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया. ये वो कर्मचारी होते हैं जिनका सीधा संपर्क ग्राहकों से होता है. इकोनॉमिक टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक एक्‍सिस बैंक के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि पुराने लोग इसलिए नौकरी छोड़ रहे हैं क्‍योंकि उन्‍हें नए जमाने के साथ बदलाव को समझने में दिक्‍कत हो रही है. इसके अलावा कर्मचारी नए माहौल में खुद को ढाल नहीं पा रहे हैं.

हालांकि बैंक अभी नए लोगों की भर्ती करने पर जोर दे रहा है. अगर मौजूदा वित्त वर्ष की बात करें तो एक्सिस बैंक ने कुल 28 हजार लोगों को नौकरी पर रखा है. इसके साथ ही जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक ने 4 हजार कर्मचारियों को नौकरी देने की योजना बनाई है. वहीं अगले दो सालों में 30 हजार नए लोगों को जोड़ने का इरादा है. फिलहाल बैंक के पास 72 हजार के करीब कर्मचारी हैं. बीते साल एक्‍सिस बैंक के मैनेजमेंट में बदलाव हुआ था. दरअसल, 1 जनवरी 2019 को एक्सिस बैंक ने अमिताभ चौधरी को नया सीईओ और एमडी नियुक्त किया. 

 बता दें कि उनका कार्यकाल तीन साल का है. अमिताभ चौधरी से पहले शिखा शर्मा इस पद पर थीं. उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2018 को समाप्‍त हो गया था. बैंक बहुत तेजी से ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपना रहा है. बता दें कि एक्सिस बैंक को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घाटे से जूझना पड़ा है. बीते अक्‍टूबर में जारी नतीजों के मुताबिक एक्‍सिस बैंक का शुद्ध नुकसान 112.08 करोड़ रुपये रहा. निजी क्षेत्र के इस बैंक ने एक साल पहले इसी तिमाही में 789.61 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था.

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