धर्म स्पेशल। हिंदू मान्यताओं के अनुसार हर एक दिन पंचाग के हिसाब से अपना अलग महत्व रखता है। प्रत्येक दिन को हम अलग-अलग मान्यताओं के आधार पर ही बॉटते हैं। इसके साथ ही इन दिनों में खानें-पीने का भी विशेष महत्व होता है। क्योंकि मान्यताओं के अनुसार अगर हम कुछ गलत सेवन कर लेते है तो हमारे परिवार पर कष्ट होता है। जिसके चलते आज हम आपको बताने वाले हैं कि इन दिनों हमें किस चींज का सेवन करना चाहिए और किस चींज का नहीं।
दिन और तिथि से जानें कब क्या न खाएं-
त्रयोदशी को बैगन नहीं खाना चाहिए (त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र नाश या पुत्र से दुख मिलता है)
अष्टमी को नारियल नहीं खाना चाहिए (अष्टमी नारियल खाने से बुद्धि कमजोर होगी, रात को नारियल नहीं खाना चाहिए)
चतुर्थी को मूली नहीं खाना चाहिए (चतुर्थी को मूली खाने से धन-नाश होता है)।
तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए (तृतीया को परवल खाने से शत्रुओं की वृद्धि होती है)।
रविवार, शुक्रवार और षष्ठी को आंवला नहीं खाना चाहिए।
रविवार को तुलसी, अदरक, लाल मिर्च और लाल सब्जी नहीं खाना चाहिए।
अमावस्या, रविवार और पूनम को तिल का तेल हानिकारक होता है।
सूर्यास्त के बाद तिल की कोई भी वस्तु का प्रयोग नहीं करनी चाहिए।