नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज संसद में 11 बजे बजट पढ़ना शुरु किया और कई क्षेत्रों में बड़े ऐलान भी किए। इन्हीं में से एक क्षेत्र है शिक्षा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने भाषणों में युवा और उनकी शिक्षा की बात करते रहते है और यही झलक उनके इस बजट में भी दिखाई दी। इस बजट में उन्होंने ना केवल मेडिकल के छात्रों के लिए अपना पिटारा खोला बल्कि इंजीनियरंग संस्था आईआईटी के लिए भी अलग से बॉडी बनाने की बात कही। इसके साथ ही बजट में ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी विकास की शिक्षा के स्तर को भी बढ़ावा देना नहीं भूले।
कौशल विकास पर दिया जोर:
कौशल विकास केंद्र को पूरे भारत में फैलाने से लेकर ऑनलाइन पाठ्यक्रमों पर भी जोर दिया गया और अपने गृह राज्य गुजरात के साथ-साथ झारखंड में एम्स खोलने की बात भी इसमें कही गई। आम बजट पेश होने से पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार इस बार शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा धन आवंटित करेगी और हुआ भी ऐसा इस बार सरकार ने 1 लाख 30 हजार करोड़ की धनराशि का प्रस्ताव रखा। हमारे देश की 50 फीसदी जनसंख्या 25 साल से कम की है ऐसे में इस राशि का सीधा असर इसी वर्ग पर पड़ेगा।
शिक्षा के क्षेत्र में बजट का पिटारा:-
मेडिकल PG कोर्स में 5 हजार सीटें बढ़ाई जाएंगी
350 ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की शुरुआत
शिक्षा के क्षेत्र में 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव
IIT और मेडिकल परीक्षाओं के लिए अलग से बॉडी बनेगी
शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े क्षेत्रों पर सरकार रखेगी नजर
‘स्किल इंडिया’ का पैमाना बढ़ाया जाएगा। 600 से ज्यादा जिलों में होगा ‘स्किल इंडिया’ का विस्तार, खुलेंगे 100 सेंटर्स
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी बनाने का प्रस्ताव
4,000 करोड़ रुपये की संकल्प योजना शुरू की जाएगी
उच्च शिक्षा में सुधार के लिए UGC में सुधार होगा
हर गरीब को रोजगार देने की कोशिश
युवाओं और रोजगार पर फोकस है
रैंकिंग के आधार पर कॉलेजों को फंड दिया जाएगा
कॉलेजों की पहचान रैंकिंग पर होगी
2022 तक 5 लाख लोगों को राजगीरी की ट्रेनिंग दी जाएगी
सेकेंडरी एजुकेशन को अलग से प्रोत्साहित करने के लिए फंड की व्यवस्था