नई दिल्ली। कलयुग का पालन हार किसी को कहा जाता है तो वो है बजरंगबली हनुमान। अंजनी पुत्र के भक्तों के लिए वैसे तो मंगलवार का दिन बहुत खास होता है लेकिन इस बार ये दिन और भी विशेष हो गया है क्योंकि आज हनुमान जयंती है। इस उत्सव को लोग देशभर में हनुमान उत्सव के रुप में बड़े ही धूम -धाम से मनाते हैं।
हनुमान उत्सव हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है और इस बार ये पूर्णिमा मंगलवार के ही दिन पड़ी है। यानि कि इस बार पूर्णिमा तिथि और चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही गजकेसरी और अमृत योग ने इस योग को महायोग बना दिया है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस साल की हनुमान जंयती अपने साथ महायोग लेकर 120 सालों बाद आई है। कहा जा रहा है कि इस महायोग का संयोग ठीक वैसा ही है जैसा कि त्रेता युग में पवनपुत्र के जन्म के समय बना था।
साढ़ेसाती और ढैय्या वालों के लिए ये दिन है खास:-
मंगलवार के दिन अक्सर बजरंग बली के मंदिरों में उनके प्रशंसकों की भारी भीड़ जुटती है। लोग इस दिन खासकर नारंगी रंग के परिधान धारण करते है और पवनपुत्र की पूजा-अर्चना कर लोगों को प्रसाद स्वरूप बूंदी या फिर बूंदी के लड्डू वितरित करते है।
हनुमान जंयती पर अंजनी पुत्र की ऐसे करें पूजा:-
ऐसा कहा जाता है कि बजरंग बली को दीपदान काफी प्रिय है। सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलानें से वो काफी प्रसन्न होते है। इसके साथ ही हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ अति उत्तम माना गया है। इनकी पूजा करने के लिए पूर्व या फिर उत्तर की ओर मुहं करके लाल आसन पर बैठें। इसके उपरांत लाल धोती या फिर इसी रंग का कोई भी परिधान अवश्य पहने। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें ये रंग काफी प्रिय होता है। लाल गुलाब का फूल, मूर्ति पर सिंदूर से टीका, धूप-दीप, अक्षत, आदि से पूजन करें। इसके साथ ही ऊं हनुमते नम: की माला का जाप करें।