लखनऊः हिंदी मास के मुताबिक आज सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। आज अंग्रेजी महीने की 13 तारीख और दिन शुक्रवार है। हिंदी मास के अनुसार आज नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन नागों की पूजा की जाती है।
कालसर्प दोष से मुक्ति या कालसर्प शांति पूजन के लिए ये दिन सबसे खास और अहम माना जाता है। आज रवि योग साढ़े नौ बजे से पूरे दिन है, वहीं साध्य योग दोपहर तक है। उसके बाद शुभ योग शुरू होगा। आज शुक्रवार है, इसलिए माता लक्ष्मी की पूजा करने से लाभ मिलेगा। मां लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
आज के पंचाग के मुताबिक हम आपको शुभ मुहूर्त, राहुलकाल, दिशाशूल के साथ-सात चंद्रोदय-चंद्रास्त, सूर्योदय-सूर्यास्त आदि के बारे में जानकारी देंगे।
आज का पंचांग
दिन: शुक्रवार, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, पंचमी तिथि
आज का दिशाशूल: पश्चिम
आज का राहुकाल: प्रात: 10:30 बजे से 12:00 बजे तक
आज का पर्व एवं त्योहार: नाग पंचमी, कालसर्प शांति पूजन
विक्रम संवत 2078 शके 1943 दक्षिणायन
उत्तरगोल
वर्षा ऋतु श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पंचमी 13 घंटे 43 मिनट तक
तत्पश्चात् षष्ठी हस्त नक्षत्र 08 घंटे तक
तत्पश्चात् चित्रा नक्षत्र साध्य योग 13 घंटे 46 मिनट तक
तत्पश्चात् शुभ योग कन्या में चंद्रमा 19 घंटे 29 मिनट तक
तत्पश्चात् तुला में
सूर्योदय-सूर्यास्त
सूर्योदयः 06 बजकर 04 मिनट पर हुआ है
सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 45 मिनट
चंद्रोदय-चंद्रास्त
चंद्रोदयः सुबह 10 बजकर 08 मिनट पर
चंद्रास्तः रात 10 बजकर 21 मिनट पर
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: दिन में 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक
रवि योग: सुबह 09 बजकर 30 मिनट से अगले दिन प्रात: 06 बजकर 04 मिनट तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 31 मिनट से दोपहर 03 बजकर 22 मिनट तक
साध्य योग: आज दोपहर 03 बजकर 17 मिनट तक। उसके बाद से शुभ योग
अमृत काल: आज देर रात 02 बजकर 19 मिनट से अगले दिन प्रात: 03 बजकर 51 मिनट तक
आज सावन शुक्ल पंचमी है। आज शुक्रवार के दिन लक्ष्मी चालीसा का पाठ करना चाहिए और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए पूजा करनी चाहिए। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।