लॉकडाउन के बीच चार धाम यात्रा का शुरू हो चुकी है।गंगोत्री,यमुनोत्री और केदारनाथ के बाद अब 15 मई को बाबा बद्री विशाल के कपाट खुलने वाले हैं।
जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आपको बता दें आज जोशीमठ के नृसिंह मंदिर से परंपरागत उत्सव यात्रा बदरीनाथ के लिए रवाना हो चुकी है।
उत्सव यात्रा पांडुकेश्वर में रात्रि प्रवास करेगी और बृहस्पतिवार को बदरीनाथ पहुंचेगी जहां शुक्रवार सुबह बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
आज सुबह शीतकालीन पूजा स्थल नृसिंह मंदिर जोशीमठ में पूजा-अर्चना, यज्ञ-हवन के पश्चात रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी सहित आदि शंकराचार्यजी की गद्दी, तथा गाडू घड़ा यानि की तेल कलश के साथ योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान किया।
इस अवसर पर स्थानीय श्रद्धालु भी यहां मौजूद थे लेकिन इनकी संख्या बहुत कम रही।रावलजी एवं आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी प्रस्थान हुई। इस दौरान बहुत कम लोग उत्सव यात्रा के साथ पांडुकेश्वर के लिए रवाना हुए।
कोरोना को देखेत हुए सभी लोगों ने मास्क पहने थे और सोशियल डिस्टेसिंग का पालन भी कर रहे थे।
15 मई को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही श्री बदरीनाथ धाम में माता मूर्ति मंदिर, आदि गुरू शंकराचार्य मंदिर, आदि केदारेश्वर मंदिर तथा परिक्रमा स्थल के सभी मंदिर मां लक्ष्मी मंदिर, गणेश मंदिर तथा भविष्य बदरी मंदिर सुभाई तपोवन के कपाट भी खुल जाएंगे।
आपको बता दें, फिलहाल कोरोना महामारी के कारण उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर रोक है। अभी कपाट खुलने की प्रक्रिया से जुड़े लोगों की उपस्थिति में केवल कपाट खुल रहे हैं।
कोरोना के पश्चात चार धाम यात्रा के शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। चलिए आपको विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा के सभी पड़ावों की जानकारी देते हैं। श्री केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को खुल गए हैं।
वहीं श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 26 अप्रैल को खुल गये हैं जबकि द्वितीय केदार मद्महेश्वरजी के कपाट 11 मई को खुले।
तृतीय केदार तुंगनाथजी के कपाट 20 मई को खुल रहे हैं चतुर्थ केदार रुद्रनाथजी के कपाट 18 मई को खुल रहे है।
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इस तरह इस साल की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा शुरू हो गई है। लेकिन लॉकडाउन के चलते हुए अभी कोई यात्री चार धाम की यात्रा नहीं कर सकेगा।