लखनऊ: शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि अगर आप भगवान शंकर को प्रसन्न करना चाहते हैं और अपनी भक्ति को पूर्ण करना चाहते हैं तो जरूर सभी ज्योतिर्लिंग के दर्शन करें। दरअसल इन सभी जगहों पर भगवान शंकर स्वयं प्रकट हुए थे, इसीलिए यहां का महत्व और बढ़ जाता है।
सोमनाथ- भगवान महादेव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक सौराष्ट्र क्षेत्र में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भी है, जिसे पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग भी माना जाता है। यहां एक पवित्र कुंड भी है, शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि इसे देवताओं ने बनाया था। इसे पाप नाशक कुंड के नाम से भी जाना जाता है। यहां चंद्रमा ने भोलेनाथ की पूजा की थी, चंद्र को सोम भी कहा जाता है।
मलिकार्जुन- आंध्र प्रदेश राज्य में कृष्णा नदी के तट पर महादेव का एक ज्योतिर्लिंग मौजूद है, इसे मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। यह श्रीशैल पर्वत पर स्थित है।
महाकालेश्वर- 12 ज्योतिर्लिंगों में महाकालेश्वर इकलौता है, जो दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। यह मध्यप्रदेश में स्थित है। यहां की भस्म आरती भी विश्वभर में प्रसिद्ध है।
केदारनाथ- उत्तराखंड में स्थित बाबा केदारनाथ धाम बड़ी पवित्र जगह है। जहां श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ आते हैं। समुद्र तल से यह स्थल 3500 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित है। बद्रीनाथ जाते समय यह रास्ते में पड़ता है।
ओंकारेश्वर- मध्यप्रदेश में पड़ने वाला दूसरा ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर धाम है। यह मालवा क्षेत्र में आता है, जिसके आसपास नर्मदा नदी बहती है। साथ ही पहाड़ी का दृश्य इसे और मनोरम बना देता है।
भीमाशंकर- महाराष्ट्र के पुणे में स्थित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग सह्याद्री पर्वत पर है। इसी के समीप भीमा नदी बहती है, इस ज्योतिर्लिंग का नामकरण कुंभकरण के बेटे भीमा के नाम पर हुआ है, जो एक बार भगवान शिव से ही युद्ध करने लग गया था।
विश्वनाथ- उत्तर प्रदेश की धार्मिक राजधानी वाराणसी में बाबा विश्वनाथ का ज्योतिर्लिंग स्थित है। यहां भारी संख्या में श्रद्धालु प्रतिवर्ष आते हैं और महादेव के चरणों में वंदना करते हैं।
वैद्यनाथ- झारखंड के संथाल परगना में वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग स्थित है, इसे चिताभूमि भी कहा जाता है।
त्रयंबकेश्वर- त्रयंबकेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र स्थित है, यह नासिक जिले में पड़ता है। इसी के समीप ब्रह्मगिरि पर्वत भी है और साथ में गोदावरी नदी बहती है।
नागेश्वर- गुजरात में नागेश्वर ज्योतिर्लिंग बहुत ही प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है। नागों के ईश्वर का यह धाम भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करता है। द्वारिका पुरी से मात्र 17 मील की दूरी पर है।
घुश्मेश्वर- महाराष्ट्र में पड़ने वाला एक और ज्योतिर्लिंग घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग है, जो दौलताबाद क्षेत्र में पड़ता है। इस पवित्र स्थल को शिवालय के नाम से भी जाना जाता है, यह महाराष्ट्र के संभाजी नगर में है।
रामेश्वरम- तमिलनाडु राज्य में रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग सेतुबंध तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है। लंका विजय से पहले भगवान श्रीराम ने इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना की थी, इसीलिए इसका नाम रामेश्वरम है।