उल्का पिंड को लेकर लगातार रिसर्च और चर्चा जारी है। 29 अप्रैल को भी उल्का पिंड के गिरने की बातें हो रहीं थी। जिसमें कहा जा रहा था कि, अगर ये पृथ्वी से टकराता है तो दुनिया खत्म हो जाएगी।
लेकिन जैसे कि, वैज्ञानिकों ने बहुत पहले से ही दावा किया था कि, इसके टकराने की बहुत कम उम्मीद है वैसा ही हुआ।
लेकिन बार फिर से उल्का पिंड को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।और वो इसलिए क्योंकि 6 जून को एक बार फिर से उल्का पिंड से धरती पर गिरने के दावे वैज्ञानिक कर रहे हैं।
आपको बता दें, एथेन क्लास के उल्का ज्यादातर समय पृथ्वी की ऑर्बिट में बिताते हैं और कुछ-कुछ समय पर नजदीक भी आते हैं।
जब ये ज्यादा नजदीक आने लगते हैं तो टक्कर का खतरा भी हो जाता है। ऐसा ही कुछ अगले महीने जून में होने की संभावना है। नासा के सेंटर फॉर एनईओ स्टडीज के मुताबिक 2002 NN4 उल्का 6 जून को सुबह पृथ्वी की ओर आ सकता है।
पृथ्वी की ओर आने की वजह से इसे खतरा बताया जा रहा है। हालांकि, फुटबॉल फील्ड जितने बड़े इस उल्का के पृथ्वी के नजदीक से निकलने की संभावना है।
अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह करीब 5 किमी दूर से निकल जाएगा। इसे मॉनिटर इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यह करीब 90% उल्का के मुकाबले ज्यादा बड़ा है।
अभी तक के कैलकुलेशन के मुताबिक 6 जून को यह 11 किमी प्रति सेकंड की स्पीड से पृथ्वी के पास आएगा। आने वाले दशकों में ऐसा कम से कम 30 बार होने की संभावना है।
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इसे पहली बार 2002 में दिखा गया था । जिस पर तभी से वैज्ञानिकों ने नजर बनाई हुई है।
हालकि इस बीच वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि, पृथ्वी से इस उल्का के टकराने की बहुत कम उम्मीद है।