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जब महाराष्ट्र की राजनीति के कर्मा ने कहा था “हमें वहां पेशाब करना चाहिए” !

ajit pawar जब महाराष्ट्र की राजनीति के कर्मा ने कहा था “हमें वहां पेशाब करना चाहिए” !

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में बदली सियासत के बीच डिप्टी सीएम बने अजित पवार चर्चा में है। सभी लोगो में ये जानने की होड़ लगी हुई है कि आखिर रातों रात महाराष्ट्र की राजनीति में इतना बड़ा फेर बदल कैसे हुआ है। इन सबके कर्मा को लोग जानने में जुट गये कि आखिर कौन हैं अजित पवार जिन्होने सियासी शतरंज की पूरी बाजी पलट दी। आईये हम आपको बताते हैं महाराष्ट्र की सियासत के नये सिकंदर बने अजीत पवार का इतिहास क्या है।

ajit pawar जब महाराष्ट्र की राजनीति के कर्मा ने कहा था “हमें वहां पेशाब करना चाहिए” !

22 जुलाई 1959 को अजित पवार का जन्म अहमदनगर में उनके दादा के यहां हुआ था

अजित पवार शरद पवार के बड़े भाई अनंतराव पवार के बेटे हैं।

अजित पवार ने 1982 में राजनीति में प्रवेश किया।

वे पहली बार कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री के बोर्ड में चुने गये।

16 साल तक पुणे जिला कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन भी रहे हैं अजित पवार।

अजित पवार पहली बार बारामती से लोकसभा सांसद भी निर्वाचित हुए बाद में चाचा शरद पवार के लिए यह सीट खाली कर दी थी।

पवार 1990 से अब तक 7 बार बारामती के विधायक निर्वाचित हो चुके हैं।

चाचा शरद पवार और अजित पवार ने 8 बार कांग्रेस और 4 बार एनसीपी के झंडे से जीत हासिल की।

बारामती सीट पर शिवसेना या बीजेपी से कभी कोई जीत हासिल नहीं कर सका।

महाराष्ट्र में 2010 में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार में वह पहली बार उप मुख्यमंत्री नियुक्त हुए ।

अजित पवार महाराष्ट्र में 1500 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले के मामले में आरोपी हैं ।

किसानों को दिये एक बयान को लेकर विवादों में रहे हैं अजित पवार ।

7 अप्रैल 2013 अजित पवार ने सूखे के संकट पर 55 दिन तक उपवास करने वाले कार्यकर्ता को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि, अगर बांध में पानी नहीं है.. तो क्या हमें वहां पेशाब करना चाहिए।इस बयान के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसके लिए माफी मांगी और इसे अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती बताया था।

16 अप्रैल 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के लिए प्रचार के वक्त उन्होंने ग्रामीणों को धमकाते हुए कहा कि अगर सुले को वोट नहीं किया तो वह गांव में पानी की सप्लाइ काटकर इसकी सजा देंगे। आपको बता दें कि अजित पवार अपने चाहने वालों और जनता के बीच वह दादा के रूप में लोकप्रिय हैं।

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